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जयपुर, 2 नवंबर (हि.स.)। प्रदेश में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से एक बार पुन: जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, जयपुर, भरतपुर व कोटा संभाग के कुछ भागों में 3-4 नवंबर को मेघगर्जन के साथ हल्की-मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान बीकानेर संभाग के क्षेत्रों में भी आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है। 36.1 डिग्री के साथ जैसलमेर का दिन और 22.4 डिग्री के साथ फलौदी की रात सबसे गर्म रही। जयपुर के रात के पारे में भी गिरावट दर्ज की गई। जयपुर का अधिकतम तापमान 31 और न्यूनतम तापमान 19.7 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राज्य के अधिकांश भागों में 5 नवंबर से आगामी एक सप्ताह मौसम शुष्क रहने तथा उत्तरी हवाओं के प्रभाव से न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री गिरावट होने की प्रबल संभावना है। अरब सागर की खाड़ी में बना अवदाब कमजोर होकर वेल मार्क लो प्रेशर एरिया में परिवर्तित हो गया है। 3 नवंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से प्रदेश के चार संभागों में 3-4 नवंबर को मेघगर्जन के साथ हल्की-मध्यम बारिश होने की संभावना है।
राजस्थान में इस बार अक्टूबर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई। इसका कारण अरब सागर में बना डिप्रेशन सिस्टम और वेस्टर्न डिस्टरबेंस रहा। इस सीजन अक्टूबर में बारिश ने 27 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अमूमन अक्टूबर के पूरे महीने में राजस्थान में औसतन 10.6 मिमी बरसात होती है, लेकिन इस सीजन 56.6 मिमी बरसात दर्ज हुई है। इससे पहले साल 1998 में 67.3 मिमी बरसात राजस्थान में अक्टूबर के महीने में हुई थी। भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़ में तो 27 अक्टूबर को सबसे ज्यादा एक दिन की बारिश का रिकॉर्ड दर्ज हुआ है। यानी अक्टूबर में किसी भी दिन इन जिलों में इतनी बरसात पहले कभी नहीं हुई थी। इतनी बारिश का ही परिणाम है कि इस बार अक्टूबर के महीने में पहली बार बीसलपुर (टोंक), भीमसागर (झालावाड़), उदयसागर (उदयपुर) समेत अन्य बांधों से अतिरिक्त पानी आने पर गेट खोलने पड़े।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश