283 केस और सिर्फ सात में सजा: एफआईआर से फैसले तक, लव जिहाद के मामलों में सबसे कमजोर कड़ी कौन?
डॉ. मयंक चतुर्वेदी मध्य प्रदेश में लगातार सामने आ रहे ‘लव जिहाद’ के मामलों की सच्चाई न्यायालय की चौखट पर पहुंचते-पहुंचते बदल जाती है। सार्वजनिक विमर्श में जितना शोर, तनाव, आंदोलन और आरोप-प्रत्यारोप दिखाई पड़ता है, न्यायालय में इनकी चमक वैसी नहीं

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