भाजपा ने कोलकाता से शुरू किया मेगा यूथ आउटरीच कैंपेन, बंगाल सरकार पर जमकर हमला
शमिक भट्टाचार्य


कोलकाता, 01 नवंबर (हि.स.)। इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशंस (आईसीसीआर), कोलकाता में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से मेगा यूथ आउटरीच कैंपेन की शुरुआत की गई। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शमिक भट्टाचार्य, भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. इंद्रनील खां तथा त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सांसद बिप्लब देब ने मीडिया को संबोधित किया।

शमिक भट्टाचार्य ने भारत की प्राचीन सभ्यता और वैश्विक परिदृश्य पर मजबूत होते भारत की चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल एक नाम नहीं बल्कि एक अवधारणा हैं, जिन्होंने विश्व मंच पर भारतीय पहचान को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने कहा कि कभी यूएसए ने मोदी को वीजा देने से मना किया था, पर आज वही देश उनका लाल कालीन स्वागत करता है।

उन्होंने पश्चिम बंगाल की वर्तमान राजनीतिक और सामाजिक स्थिति की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य में महिलाओं की सुरक्षा, युवाओं के रोजगार और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में सरकार पूरी तरह विफल रही है। आर्थिक आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि जहां गुजरात को 9.6 फ़ीसदी एफडीआई प्राप्त हो रही है, वहीं पश्चिम बंगाल को केवल 0.6 फ़ीसदी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजीबीएस जैसे आयोजनों के बावजूद राज्य में निवेशक नहीं आ रहे और मौजूदा उद्योग भी राज्य छोड़ रहे हैं।

भट्टाचार्य के अनुसार बंगाल प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। रानाघाट और अशोकनगर के तेल भंडार तथा पुरुलिया में दुर्लभ खनिज उपलब्ध हैं, लेकिन राज्य सरकार अनुमति नहीं दे रही, जिससे रोजगार सृजन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र की विश्वकर्मा योजना को लागू करने में भी राज्य सरकार उदासीन है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सन् 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की गई और महिलाओं पर अत्याचार हुए, लेकिन राज्य प्रशासन ने पीड़ितों को न्याय दिलाने में सहयोग नहीं किया।

लोकसभा सांसद बिप्लब देब ने कहा कि बंगाल ने स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और आधुनिक भारत की राह दिखाई, लेकिन आज यहां असुरक्षा की चर्चा होना दुखद है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे घर-घर जाकर लोगों को राज्य की वास्तविक स्थिति से अवगत कराएं और बीजेपी की विकास की नीति को समझाएं, इससे उनके भीतर नेतृत्व क्षमता विकसित होगी तथा परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त होगा। ---------------------

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर