Enter your Email Address to subscribe to our newsletters

- महासंघ की संघाधिपति और तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सांसद ममताबाला ठाकुर ने की घोषणा
उत्तर 24 परगना, 1 नवंबर (हि.स.) पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव काे लेकर मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के विरोध में अखिल भारतीय मतुआ महासंघ ने आमरण अनशन की घोषणा की है। महासंघ की संघाधिपति और तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सांसद ममताबाला ठाकुर ने शनिवार को कहा कि एसआईआर लागू होने पर मतुआ समुदाय के बड़ी संख्या में लोगों के नाम मतदाता सूची से हट सकते हैं। इस आशंका को लेकर उन्होंने एसआईआर रद्द करने की मांग उठाई है। अनशन 5 नवंबर से ठाकुरनगर में शुरू होगा।
निर्वाचन आयाेग द्वारा 12 राज्यों के साथ पश्चिम बंगाल में भी एसआईआर प्रक्रिया शुरू की जा रही है। आगामी 4 नवंबर से बीएलओ घर-घर जाकर एसआईआर से संबंधित कार्य करेंगे। उसी दिन तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी इस प्रक्रिया के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे। अब मतुआ महासंघ ने भी इस विरोध को और तेज करने का निर्णय लिया है।
शनिवार को बनगांव में मतुआ महासंघ की एक बैठक हुई, जिसमें आमरण अनशन का निर्णय लिया गया। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में ममताबाला ठाकुर ने कहा कि किसी भी मतुआ का नाम मतदाता सूची से हटाया नहीं जा सकता। उत्तर 24 परगना जिले में सबसे अधिक मतुआ मतदाता हैं। अगर एसआईआर लागू हुआ, तो उनमें से कई के नाम सूची से गायब हो सकते हैं, जिससे भविष्य में नागरिकता को लेकर भी सवाल उठेंगे।
उन्होंने भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर और अन्य भाजपा नेताओं पर भी तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि भाजपा एसआईआर को लेकर झूठ फैलाने का काम कर रही है। उन्हें विरोध करना चाहिए था, लेकिन वे चुप हैं।
ममताबाला ठाकुर ने बताया कि आमरण अनशन 5 नवंबर से ठाकुरनगर में मतुआ ठाकुरबाड़ी स्थित ‘बड़ो मां’ बीनापाणी देवी के घर के सामने शुरू होगा। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई केवल मतुआ समुदाय की नहीं है। अन्य जाति और धर्म के लोग भी हमारे साथ हैं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय