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जयपुर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। राज्य में खनिजों के तुलाई कांटों के ऑटोमेशन और मिनरल व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम के ऑनलाईन रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस दिसंबर के दूसरे पखवाड़े से काम करना आरंभ कर देंगे। प्रमुख सचिव माइंस टी. रविकान्त ने बताया है कि विभाग के रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस का कार्य अंतिम चरण में है। पहले चरण सीमेंट कंपनियों, आयरन ओर, कॉपर, लीड-जिंक आदि में बड़े लीजधारकों को इस व्यवस्था से जोड़ा जाएगा। इससे माइनिंग सेक्टर में सरलीकृत पारदर्शी पेपरलेस ऑनलाईन व्यवस्था शुरु होगी। नई व्यवस्था प्रदेश के खानधारकों और राज्य सरकार दोनों के लिए ही लाभकारी होगी वहीं सरकारी राजस्व के छीजत पर कारगर रोक लग सकेगी।
प्रमुख सचिव माइंस टी. रविकान्त ने आरएफआईडी व्यवस्था को लेकर निदेशक माइंस महावीर प्रसाद मीणा, विभाग व सूचना प्रोद्यौगिकी के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में इस व्यवस्था की तैयारियों और लागू करने की विस्तार से टाइमलाइन भी तय कर दी। उन्होंने कहा कि वे-ब्रीजों पर खनिजों की पारदर्शी व सही तुलाई व्यवस्था होने से खनिजों के ओवरलोडिंग आदि शिकायतों का निस्तारण हो सकेगा वहीं मिनरल परिवहन करने वाले वाहन में व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम होने से खनिजों के आवागमन की सही ट्रेकिंग संभव हो सकेगी।
रविकान्त ने बैठक में सिंगल सॉफ्टवेयर को अंतिम रुप देने और तुलाई केन्द्रों और मिनरल परिवहन वाहनों में वीटीएस सिस्टम के स्टालेशन, माइंस लीजधारकों द्वारा आवश्यक तैयारियां करने, दो चरणों में ओरियंटेशन, साफ्टवेयर टेस्टिंग सहित पूर्व तैयारियों की टाइमलाईन जारी कर दी है। विभाग द्वारा इस सॉफ्टवेयर के लिए आवश्यक स्पेसिफिकेशन जारी करने के साथ ही वे-ब्रिजों के ऑटोमेशन आदि की एसओपी जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी के साथ 6 और 7 नवंबर को दो चरणों में पांच दलों का ओरियंटेशन कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। आवश्यक उपकरणों की खरीद के लिए देश में उपलब्ध वितरकों की सुझावात्मक सूची भी जारी की जाएगी। नवंबर के अंत में साफ्टवेयर और व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम की टेस्टिंग आरंभ करना प्रस्तावित है।
निदेशक माइंस महावीर प्रसाद मीणा ने बताया कि विभाग द्वारा आवश्यक तैयारियां निर्धारित टाइमलाईन के अनुसार आरंभ कर दी है। उन्होंने कहा कि साफ्टवेयर के इंस्टालेशन और तुलाई यंत्रों पर डिवाइस लगने से पारदर्शिता आने के साथ ही खनिज परिवहन कर रहे वाहन की ऑनलाईन ट्रेकिंग भी संभव हो सकेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल