Enter your Email Address to subscribe to our newsletters


—प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रहे मौजूद
- 10 मंजिला धर्मशाला को तमिलनाडु के नागरथर समुदाय ने दान से बनवाया
वाराणसी, 31 अक्टूबर (हि.स.)। उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन ने शुक्रवार की शाम वाराणसी में श्री काशी नाट्टूकोट्टई नगर क्षेत्रम मैनेजिंग सोसाइटी द्वारा निर्मित 10 मंजिला नाट्टूकोट्टई धर्मशाला का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अनेक विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
तमिलनाडु के नागरथर समुदाय के दान से निर्मित इस धर्मशाला को पूर्वांचल की सबसे बड़ी धर्मशाला माना जा रहा है। लगभग 60 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस धर्मशाला में 140 एसी कमरे हैं, जिनमें प्रत्येक कमरे में तीन श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है। श्रद्धालुओं के लिए सुइट रूम भी उपलब्ध होंगे, जिनमें बेडरूम, लॉबी और अन्य आधुनिक सुविधाएं होंगी। परिसर में 174 कारों की पार्किंग सुविधा भी विकसित की गई है। इस भवन का शिलान्यास 17 अप्रैल, 2024 को किया गया था। धर्मशाला का निर्माण 910.5 वर्गमीटर क्षेत्रफल में हुआ है। सोसाइटी के अध्यक्ष एल. नारायणन के अनुसार, यह धर्मशाला तमिलनाडु के श्रद्धालुओं को सुविधाजनक आवास प्रदान करने के साथ-साथ काशी की प्राचीन परंपराओं को भी सहेजेगी।
उल्लेखनीय है कि नाट्टूकोट्टई नगर क्षेत्रम ने यह भूमि वर्ष 1875 में मात्र साढ़े पाँच हजार रुपये में खरीदी थी। उस समय यहां काशी विश्वनाथ मंदिर में चढ़ाने के लिए फूलों का नंदवन (उद्यान) लगाया गया था। बाद में एक स्थानीय माफिया ने इस भूमि पर कब्जा कर लिया था। लगभग तीन वर्ष पूर्व योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस जमीन को माफिया के कब्जे से मुक्त कराकर पुनः सोसाइटी को सौंपा। खास बात यह है कि नाट्टूकोट्टई नगर क्षेत्रम पिछले 240 वर्षों से प्रतिदिन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में तीनों पहर—मंगला, भोग और शृंगार आरती के लिए सामग्री भेजता आ रहा है।
-------------------------------
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी