गौशालाओं को अनुदान में देरी पर टीकाराम जूली की मंत्री बेढम को नसीहत
टीकाराम जूली


जयपुर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने गौशालाओं को मिलने वाले अनुदान में देरी होने पर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। जूली ने गौपालन राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम को नसीहत दी है कि जनता को बरगलाने एवं मुख्यमंत्री की छवि चमकाने की बजाय अपनी कमियां स्वीकार करें एवं उनमें सुधार करें।

उल्लेखनीय है कि गोपाष्टमी के मौके पर जूली ने मीडिया की एक खबर के माध्यम से सरकार को याद दिलाया था कि गौशालाओं को अनुदान मिलने में देरी हो रही है जिससे भाजपा सरकार को झटका लगा तथा वो एकदम से बैकफुट पर आ गई और गौपालन राज्य मंत्री बेढम द्वारा आनन-फानन में सरकार का बचाव किया गया था।

तीन महीने पूर्व गौशाला अनुदान लबित होने सेंबधित खबर को लेकर जूली ने कहा कि तीन महीने पहले भी तो राजस्थान में भाजपा की ही सरकार थी, तब भी यह स्थिति थी और आज भी कोई सुधार नहीं हुआ। तीन दिन पहले ही गौशाला संचालकों ने मई-जून तक का अनुदान लंबित होने के कारण प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। वहीं अलवर जिले की 39 गौशालाओं को 9 माह से अनुदान नहीं मिला है जिससे 20 हजार से अधिक गौवंश के लिए चारे पानी का संकट हो गया है। गौशाला संचालक परेशान हैं और सभी जगह गुहार लगा रहे हैं। 30 अक्टूबर के अखबारो में अलवर की गौशालाओं को लेकर खबरें छपी है।

जूली ने कहा कि अब तो सरकार के मंत्री तक रह रहे हैं कि सरकार की मॉनिटरिंग कमजोर है और गौपालन राज्य मंत्री के अखबारों में रोज गौशाला अनुदान को लेकर छप रही खबरों से यह साबित हो रहा है कि सरकार समाचार पत्रों तक की सूचनाओं और आम जनता की परेशानियों पर ध्यान नहीं दे रही है।

भाजपा को आईना दिखाते हुए जूली ने कांग्रेस सरकार के समय ही पहले 3 महीने के लिए गौशालाओं को अनुदान देना शुरू किया और इसे बढ़ाकर 9 माह का किया गया। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार और कांग्रेस सरकार की तुलना करते हुए जूली ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यकाल में गौशाला अनुदान में जो खर्चा होता था उससे लगभग 6 गुना पैसा गौमाता के लिए खर्च पूर्व सीएम अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने किया था। साथ ही जूली ने मांग कि भाजपा सरकार इस अनुदान को आगे बढ़कर 12 महीने करने की घोषणा करे।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल