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मांगे नहीं मानी तो स्टेज कैरिज और कॉन्ट्रैक्ट कैरिज परमिट वाली बसें भी 2 नवम्बर से शामिल होगी हड़ताल में, जयपुर में आज रात से बंद हो जाएंगे बुकिंग ऑफिस
जयपुर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। प्रदेश में लगातार हो रहे बस हादसों के बाद परिवहन विभाग ने कार्रवाई से बस संचालक आक्रोशित है। बस संचालकों ने प्रदेशभर में ऑल इंडिया परमित वाली करीब 8500 स्लीपर बसों का संचालक बंद हो गया है। बसों पर ब्रेक लगने से यात्री परेशान है। बस संचालकों ने दोगुना तक किराया बढ़ा दिया है। इसके बाद भी यात्रियों को अपने गंतव्य तक जाने के लिए धक्के खाने पड़ रहे है। जयपुर में शुक्रवार रात से बुकिंग कार्यालय बंद हो गए है। जैसलमेर और जयपुर में हादसे के बाद बस में लगी आग से बड़ी संख्या में लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। लम्बी दूरी की स्लीपर बसों का संचालन बंद होने से रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस स्टेंडों पर भीड़ उमडऩे लगी है। इससे ट्रेनों में लम्बी दूरी की बुकिंग में वेटिंग का दायरा बढ़ता जा रहा है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों स्लीपर बसों में हादसे के बाद परिवहन विभाग की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है। नियमों का उल्लंघन मिलने पर कई बसों के चालान काटे। बसों को सीज भी किया गया है। इससे ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट बस ऑनर एसोसिएशन में भारी आक्रोश है। जैसलमेर में एक हादसे के बाद भीषण आग लगने से 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, और हाल ही में जयपुर में एक बस हाई-टेंशन तार की चपेट में आने से आग लगने से दो मजदूरों की मौत हुई और कई घायल हुए हैं। प्रदेशभर में ऑल इंडिया परमिट वाली स्लीपर बसों का संचालन बंद हो गया है। जयपुर, उदयपुर और भीलवाड़ा की बसों का शुक्रवार रात 12 बजे से संचालन बंद हो जाएगा। उदयपुर में निजी बस संचालकों ने किराए में 30 फीसदी तक बढ़ोतरी कर दी। जोधपुर, कोटा सहित अन्य जिलों में स्लीपर बसें खड़ी हो गई हैं। ट्रेवल्स एजेंसियों ने बसों की ऑनलाइन बुकिंग भी बंद कर दी है, जिसके कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग ट्रेन का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ गई है।
स्लीपर बसों का संचालन बंद होने का असर
अजमेर में हर दिन करीब 100 स्लीपर बसों का संचालन होता है। बसों का संचालन बंद होने से पुष्कर और दरगाह आने-जाने वाले लोगों को ज्यादा परेशानी हुई है। कोटा में 200 स्लीपर बसों का संचालन बंद किया है। इनमें ज्यादातर बसें बालाजी मार्केट में खड़ी हैं। ये जोधपुर, उदयपुर, दिल्ली, श्रीगंगानगर, लखनऊ, इंदौर, कानपुर सहित अन्य रूट पर चलती हैं। जोधपुर में हड़ताल का ऐलान किया गया है। इसके बावजूद बसों का संचालन हो रहा है। जयपुर में स्लीपर बसों का संचालन बंद नहीं हुआ है, लेकिन दूसरे शहरों से आने वाले लोगों के कारण जयपुर रेलवे स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई है।
परिवहन विभाग की कार्रवाई के विरोध में संचालन
बंद ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट बस ऑनर एसोसिएशन ने इस कार्रवाई का विरोध कर यह फैसला लिया है। ऑपरेटर्स का कहना है कि परिवहन विभाग की ओर से कार्रवाई को नहीं रोका गया तो स्टेज कैरिज और कॉन्ट्रैक्ट कैरिज परमिट वाली बसें भी हड़ताल में शामिल हो जाएंगी। ऑल राजस्थान कॉन्ट्रैक्ट कैरिज बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि परिवहन विभाग एकतरफा कार्रवाई कर रहा है। यात्रियों को बीच रास्ते में उतारकर बसें बंद की जा रही हैं। चालान गलत तरीके से बनाए जा रहे हैं। 27 अक्टूबर को बस ऑपरेटर्स ने परिवहन अधिकारियों से मुलाकात भी की थी। लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकला। अध्यक्ष ने कहा कि परिवहन विभाग की ओर से सिर्फ प्राइवेट बसों पर कार्रवाई की जा रहीं है। क्या सिर्फ प्राइवेट बसों में ही एग्जिट गेट नहीं है या सिर्फ कमियां प्राइवेट बसों में ही है। रोडवेज बसों में भी एग्जिट गेट नहीं है। उनमें भी कई कमियां है। उन पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रहीं है। जयपुर, उदयपुर और भीलवाड़ा की बसों का संचालक शुक्रवार रात से बस हो जाएगा, बाकी स्थानों पर पहले ही हड़ताल शुरू की जा चुकी है। अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो 2 नवम्बर से स्टेट केरिज वाली बसें भी हड़ताल में शामिल हो जाएगी। यह फैसला एसोसिएशन की शुक्रवार दोपहर गोपालबाड़ी में आयोजित बैठक में लिया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश