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शिमला, 31 अक्टूबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को पहाड़ी और मध्यपर्वतीय इलाकों में धूप खिलने से मौसम सुहावना बना रहा। दिनभर चली हल्की-गर्म धूप ने ठंड से राहत दी। सुबह-शाम की ठिठुरन के बावजूद लोगों ने दिन के समय धूप का खूब आनंद लिया। वहीं, मैदानी इलाकों में कुछ स्थानों पर कोहरे का असर देखने को मिला। सुंदरनगर, मंडी और बिलासपुर में सुबह के समय दृश्यता क्रमशः 250, 800 और 900 मीटर तक सीमित रही। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, राज्य में आगामी तीन नवम्बर तक मौसम पूरी तरह शुष्क रहेगा और धूप खिली रहेगी।
मौसम विभाग के अनुसार तीन नवम्बर की रात से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है, जिसके चलते चार और पांच नवम्बर को मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। विभाग ने बताया कि चार नवम्बर को मैदानी और मध्यपर्वतीय इलाकों में मौसम साफ रहेगा, जबकि ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी और बारिश के आसार हैं। वहीं, पांच नवम्बर को पूरे प्रदेश में बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है। इस दिन लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा के ऊंचे इलाकों में ताजा हिमपात हो सकता है, जिससे ठंड में और इजाफा होगा। इसके बाद छह नवम्बर से फिर से पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने की उम्मीद है।
इस बीच, प्रदेश में रातें लगातार ठंडी होती जा रही हैं। जनजातीय क्षेत्रों में तापमान माइनस में पहुंच गया है। लाहौल-स्पीति जिले के कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान सबसे कम -1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, ताबो में -0.8 डिग्री, केलंग में 0.1 डिग्री, कल्पा में 4.1 डिग्री, मनाली में 5.9 डिग्री, शिमला में 10.5 डिग्री, कुफ़री में 10.2 डिग्री, रिकांगपिओ में 7.2 डिग्री, नारकंडा में 7.5 डिग्री, सियोबाग में 7.8 डिग्री, पालमपुर में 10 डिग्री, जबकि हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी में क्रमशः 13, 13 और 13.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर के पहले हफ्ते में बर्फबारी के साथ ही प्रदेश में सर्दी का असर बढ़ेगा। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान शून्य से नीचे जाने के कारण लोगों को ठंड से बचाव के लिए अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं, निचले और मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में सुबह-शाम की ठिठुरन ने लोगों को गर्म कपड़े पहनने पर मजबूर कर दिया है।
लाहौल-स्पीति में पारे के लुढ़कने से प्राकृतिक जलस्त्रोत जमने लगे हैं। वहीं, पर्यटकों के लिए यह मौसम आकर्षण का केंद्र बन गया है। मनाली, नारकंडा, कल्पा और कुफ़री में आने वाले दिनों में ताजा बर्फबारी की संभावना के चलते पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने की उम्मीद है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा