नई ऊर्जा एवं जोश के साथ आगे बढ़ेगा विद्यार्थी परिषद : सुरेश कुमार यादव
विद्यार्थी परिषद के प्रांत अधिवेशन के शुभारंभ मौके पर मौजूद।


धर्मशाला, 31 अक्टूबर (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश का 46वां प्रांत अधिवेशन शुक्रवार को कांगड़ा के गुप्त गंगा के पावन धरती में शुरू हुआ। जिसमें प्रदेश भर में अनेकों महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय इकाइयों में संगठन का काम करने वाले कार्यकर्ता पहुंचे हैं। अधिवेशन का उद्घाटन मुख्य अतिथि सुरेश कुमार यादव, विशिष्ट अतिथि अशोक कुमार एवं गरज सिंह, अभाविप राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार, अभाविप प्रांत अध्यक्ष डॉ राकेश शर्मा एवं प्रांत मंत्री नैंसी अटल द्वारा गुप्त गंगा परिसर में किया गया।

मुख्य अतिथि सुरेश कुमार यादव ने कहा कि जो छात्र शक्ति आज इस अधिवेशन में इकट्ठा हुई है यही छात्र शक्ति इस देश के आने वाले कल का भविष्य है। युवाओं एवं छात्रों को देश हित के कार्य में लगना पड़ेगा जिसके लिए हम पर्यावरण संरक्षण जैसे ज़रूरी कदम उठा सकते हैं। युवाओं को अपने अंदर स्व का भाव लाने का एवं भरने का काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नई ऊर्जा एवं जोश के साथ विद्यार्थी परिषद आगे बढ़ेगा।

वहीं इस अवसर पर प्रांत अध्यक्ष डॉ राकेश शर्मा ने कहा कि संघ शताब्दी वर्ष पूरे देश भर में काफी हर्ष और उल्लास से मनाया जा रहा है। एवं गुप्त गंगा की पवन धरती पर विद्यार्थी परिषद को अपना 46वा प्रांत अधिवेशन मनाने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद राष्ट्र निर्माण एवं व्यक्तित्व निर्माण में सबसे बड़ी भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि अभाविप इस देश को मजबूती देने के लिए ही संगठन का काम को मजबूत करने में निरंतर भूमिका निभा रही है।

अभाविप राष्ट्रीय कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य प्रो. प्रदीप कुमार ने कहा कि जिस स्थान यह अधिवेशन में हो रहा है यह स्थान बहुत धार्मिक एवं पवित्र स्थान है। साल भर चलने वाले कार्यक्रम एवं साल भर हुए कार्यक्रमों की प्रदर्शनी को देखने का मौका भी मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता से पहले स्वतंत्रता के लिए सबसे बड़ा योगदान युवा शक्ति का रहा है। जिसके बाद अभाविप की स्थापना युवाओं के अंदर देश के लिए राष्ट्रीयता कि भावना भरने के साथ कुछ अच्छा कर गुजरने के लिए हुई।

विशिष्ट अतिथि अशोक कुमार ने कहा कि भारत के इतिहास में लंबे समय से जो कमियां रह गई थी उसे पूरा करने के लिए संघ निरंतर काम करता आया है। जिसके लिए पंच परिवर्तन के जो पांच परिवर्तन है वे समाज में लागू होना चाहिए जिसमें सामाजिक समरसता एक जरूरी परिवर्तन माना जा सकता है। समाज में समरसता का अभाव में जिसकी कमी को पूरा करने के लिए इस देश की युवा शक्ति को लगना पड़ेगा। किसी भी कारण से समाज बंटना नही चाहिए।

प्रांत मंत्री सुश्री नैंसी अटल ने कहा कि पूरे प्रदेश से इस अधिवेशन में विद्यार्थी परिषद के लगभग 500 कार्यकर्ता पहुंचे हैं। जो आने वाले समय में इस देश की शक्ति को बढ़ाने के लिए भारत मां के चरणों में नतमस्तक हो कर अलग अलग क्षेत्रों में आगे जाकर काम करने वाले हैं। जिसके लिए विद्यार्थी परिषद भी युवाओं के अंदर राष्ट्रीयता की भावना को भरता आया है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया