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जांजगीर-चांपा, 31 अक्टूबर (हि. स.)। कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने आज शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग 2025-26 के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक ली। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि बच्चों में स्वच्छता, ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित करने का माध्यम भी हैं। इसलिए प्रत्येक विद्यालय को स्वच्छ, हरित और ऊर्जा-सक्षम वातावरण का आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए।
कलेक्टर महोबे ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक विकासखण्ड से 20 विद्यालयों का चयन कर उन्हें 5-स्टार रेटिंग मानकों के अनुरूप विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए विद्यालयों में स्वच्छ शौचालय, रनिंग वाटर की सुविधा, भवनों का रंग-रोगन, सोलर पैनल की स्थापना तथा हरित वातावरण सृजन जैसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सभी आवश्यक संसाधन समयबद्ध रूप से उपलब्ध कराए जाएं ताकि निर्धारित लक्ष्य समय पर पूरा हो सके।
बैठक में जिला समन्वयक (समग्र शिक्षा) ने जानकारी दी कि स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग कार्यक्रम के तहत जिले के सभी विद्यालयों ने जल संरक्षण, शौचालय उपयोग, हाथ धुलाई, रखरखाव, व्यवहार परिवर्तन, निर्माण कार्य तथा मिशन लाइफ गतिविधियों के आधार पर स्व-मूल्यांकन कर पोर्टल के माध्यम से आवेदन किया है। निर्धारित समयावधि तक जिले के 1284 विद्यालयों ने पोर्टल पर स्व-मूल्यांकन कर पुरस्कार हेतु आवेदन प्रस्तुत किया है।
इन विद्यालयों का पुनः परीक्षण चयनित मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा किया जाएगा। इसके बाद जिला स्तरीय समिति द्वारा 6 ग्रामीण और 2 शहरी विद्यालयों का चयन जिला स्तरीय पुरस्कार के लिए किया जाएगा। चयनित 8 विद्यालयों के नाम राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु भेजे जाएंगे।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा, ई.ई. आदित्य प्रकाश, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज बर्मन, जिला मिशन समन्वयक एच.आर. जायसवाल, एपीसी दिनेश कुमार सोनवान, प्रोग्रामर रज्जन मिश्रा, व्याख्याता अनुराग तिवारी, शिक्षक अशोक तिवारी और यूनिसेफ जिला समन्वयक विनोद साहू सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/हरीश तिवारी
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हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी