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जोधपुर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। कृषि विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ. वीएस जैतावत ने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से किसानों तक उत्तम क्वालिटी के बीज पहुंचे इसके लिए आवश्यक है कि सीड प्रोडक्शन के दौरान कृषि वैज्ञानिकों की ओर से पूरी मॉनिटरिंग रखी जाए। हाल ही में नवनियुक्त कुलगुरु प्रो. जैतावत ने यह बात विश्वविद्यालय के डीन, निदेशक एवं अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कही।
बैठक के दौरान अन्य जिलों में स्थित महाविद्यालयों के डीन वर्चुअल रुप से जुड़े। विश्वविद्यालय की ओर से हाल ही में जारी की गई जीरा की नई किस्म के लिए कहा कि अब किसानों को इसके बीज उपलब्ध हो सके इसके लिए त्वरित गति से वैज्ञानिक काम करें। विश्वविद्यालय की कैर, सहजन व मेहंदी हार्वेस्टर मशीन के लिए जरूरी निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि पहले मशीनों को किसानों के खेतों में उपयोग कर फीडबैक लिया जाए, ताकि खामियों को दूर किया जा सके।
बैठक के दौरान उन्होंने रुके हुए टेंडर कार्यों को तुरंत पूरा करने विद्यार्थी काउंसलिंग सेल, रेंकिंग में सुधार सहित प्लेसमेंट सेल पर फोकस करने की बात कही। उन्होंने वैज्ञानिकों को निर्देशित करते हुए कहा कि कृषि विश्वविद्यालय की तकनीकी से लाभान्वित किसानों की सक्सेस स्टोरी बनायें, ताकि अन्य किसानों को भी उसका फायदा मिल सके और अधिक लोग जागरुक हो सके।
बैठक के दौरान डीन, निदेशक व अधिकारियों ने विश्वविद्यालय में चल रहे विभिन्न प्रोजेक्ट कार्यों की जानकारी सहित अन्य गतिविधियों की जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत की।
बैठक के दौरान अंजली यादव, डॉ. आरएस चौधरी, डॉ. एमएम सुंदरिया, डॉ. जेआर वर्मा, डॉ. एसके मूंड, डॉ. प्रदीप पगारिया, डॉ. महेश पूनिया, डॉ. रामदेव सुतालिया, डॉ. दुर्गा प्रसाद, डॉ. नलिनी रामावत, डॉ. महेंद्र कुमार, डॉ. सैम्युअल जैबरसन व जनसंपर्क अधिकारी डॉ संगीता शर्मा सहित मुख्यालय से बाहर स्थित अधिकारी वर्चुअल रूप से मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश