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नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार के कटिहार ज़िले स्थित गोगाबील झील को देश के नवीनतम रामसर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। यह एक संरक्षण एवं सामुदायिक आरक्षित क्षेत्र है, जिसका संरक्षण और प्रबंधन स्थानीय समुदाय द्वारा किया जा रहा है। अब बिहार में कुल 6 रामसर स्थल हो गए हैं, और वह देश में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।
शुक्रवार को केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने एक्स पर जनाकारी साझा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय एकता दिवस के इस विशेष अवसर पर यह साझा करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि भारत वेटलैंड संरक्षण के क्षेत्र में लगातार नई उपलब्धियाँ दर्ज कर रहा है।
बिहार के कटिहार ज़िले स्थित 86.63 हेक्टेयर में फैले गोगाबील झील को देश के नवीनतम रामसर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है।
उन्होंने कहा कि यह एक संरक्षण एवं सामुदायिक आरक्षित क्षेत्र है, जिसका संरक्षण और प्रबंधन स्थानीय समुदाय द्वारा किया जा रहा है।
अब बिहार में कुल 6 रामसर स्थल हो गए हैं, और वह देश में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। यह झील स्थानीय समुदाय द्वारा आजीविका के लिए समझदारीपूर्वक उपयोग में लाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि
इस नयी मान्यता के साथ देश में कुल रामसर स्थलों की संख्या 94 हो गई है। पिछले 11 वर्षों में 67 नए स्थलों को जोड़ा गया है, जो कुल 13,60,805 हेक्टेयर क्षेत्र को आच्छादित करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में निरंतर अग्रणी बना हुआ है।
एशिया में भारत पहले स्थान पर और विश्व में तीसरे स्थान पर है, जो यह दर्शाता है कि हमारे देश में इन अंतरराष्ट्रीय महत्व के वेटलैंड्स को जैव विविधता, जलवायु सहनशीलता, इको-टूरिज्म और स्थानीय समुदायों की सतत आजीविका के लिए कितनी प्राथमिकता दी जा रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी