Enter your Email Address to subscribe to our newsletters

कांग्रेस भवन में श्रद्धा से किया गया इंदिरा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री
को याद
हिसार, 31 अक्टूबर (हि.स.)। कांग्रेस जिला अध्यक्ष बृजलाल बहबलपुरिया ने कहा
है कि स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी का जीवन भारत की अखंडता, दृढ़ता और आत्मसम्मान का
प्रतीक था। उन्होंने कहा कि 31 अक्तूबर का दिन केवल स्मरण का नहीं, बल्कि संकल्प का
दिन है जब हमें इंदिरा जी के बताए मार्ग पर चलकर राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने का वचन
देना चाहिए।
जिला अध्यक्ष बृजलाल बहबलपुरिया शुक्रवार को कांग्रेस भवन में पूर्व प्रधानमंत्री
इंदिरा गांधी की 41वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कांग्रेसजनों को संबोधित
कर रहे थे। इस दौरान कांग्रेसजनों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि
दी। कार्यक्रम में कांग्रेस पदाधिकारी, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, सेवादल और शहर-ग्राम
के सैकड़ों कार्यकर्ता एकत्र हुए। सभा का आरंभ मौन रखकर हुआ। जिला अध्यक्ष ने कहा कि
इंदिरा गांधी ने उस दौर में देश का नेतृत्व किया जब विश्व राजनीति में भारत को दबाने
की कोशिशें की जा रही थीं, लेकिन उन्होंने अडिग इच्छाशक्ति से भारत को विश्व में सम्मान
का स्थान दिलाया। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि राष्ट्रसेवा केवल पद से नहीं, बल्कि
समर्पण से होती है।
इस अवसर पर पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि
के साथ ही लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती भी श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई।
कार्यकर्ताओं ने पटेल जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और उनके योगदान को याद किया।
जिला अध्यक्ष बृजलाल बहबलपुरिया ने कहा कि सरदार पटेल ने देश की 562 रियासतों को एक
सूत्र में पिरोकर भारत की एकता को सशक्त आधार दिया। उनका जीवन प्रशासनिक दृढ़ता, राष्ट्रनिष्ठा
और सेवा का प्रेरक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि जिस तरह इंदिरा गांधी ने देश की अखंडता
के लिए प्राण दिए, उसी तरह सरदार पटेल ने राष्ट्र की नींव में एकता का अमर पत्थर जोड़ा।
दोनों ही महान विभूतियों ने भारत को एक दिशा, एक संकल्प और एक पहचान दी।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर