Enter your Email Address to subscribe to our newsletters

- प्रमुख सचिव ने की ग्वालियर-चंबल संभाग में नल-जल योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा
ग्वालियर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख सचिव पी नरहरि ने कहा कि जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्यक्रम है। जिसका उद्देश्य प्रत्येक ग्रामीण परिवार तक स्वच्छ पेयजल, नल कनेक्शन उपलब्ध कराना है। परियोजना के तहत एकल नल जल परियोजनाओं को 31 दिसम्बर तक हर हाल में पूर्ण किया जाना है। जहाँ पर भी पेयजल का स्त्रोत असफल है अथवा नहीं है वहाँ शीघ्र स्त्रोत निर्माण का कार्य करें। नल-जल योजनाओं के कार्य को अधिकारी सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ करें। इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन का काम लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं पंचायत विभाग के माध्यम से किया जा रहा है।
प्रमुख सचिव पी नरहरि शुक्रवार को ग्वालियर एवं चंबल संभाग में नल-जल योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। होटल तानसेन के सभाकक्ष में आयोजित संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में संभागीय आयुक्त मनोज खत्री, चंबल संभाग के आयुक्त सुरेश कुमार, प्रमुख अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एस के अंधवान, मुख्य अभियंता आर एल एस मौर्य सहित ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने समीक्षा के दौरान कहा कि नल जल योजना के तहत ग्वालियर एवं चंबल संभाग में और तेजी के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। भिण्ड एवं मुरैना में अपूर्ण योजनाओं को तेजी के साथ पूर्ण किया जाए। दोनों संभाग में जहाँ भी एकल नल जल योजना का कार्य शेष रह गया है वहाँ पर 25 दिसम्बर 2025 तक योजना का कार्य हर हाल में पूर्ण कर लिया जाए। योजना के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी।
प्रमुख सचिव नरहरि ने जिलेवार समीक्षा करते हुए निर्देश दिए हैं कि नल जल योजनाओं के निर्माण, योजनाओं के हस्तांतरण एवं मेंटेनेंस का कार्य तेजी के साथ हो। विभागीय अधिकारी प्रत्येक सोमवार को जिला कलेक्टरों द्वारा आयोजित अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में भी नल जल योजनाओं की समीक्षा कराएं और जो भी परेशानी आ रही हो उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि नल जल योजनाओं के संधारण के लिये भी प्रदेश स्तर से नई नीति का निर्धारण किया जा रहा है। यह नीति शीघ्र ही प्रदेश भर में लागू होगी। नई नीति के माध्यम से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से सभी जल जल योजनाओं के रख-रखाव का कार्य भी किया जायेगा।
संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने बैठक के दौरान कहा कि ग्वालियर-चंबल संभाग में नल जल योजनाओं के क्रियान्वयन को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ कराया जायेगा। जिन जिलों में योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रगति नहीं हैं वहाँ पर तेजी के साथ कार्य हो यह भी सुनिश्चित किया जायेगा। चंबल संभाग के आयुक्त सुरेश कुमार ने कहा कि एकल नल जल परियोजनाओं को 31 दिसम्बर तक शतप्रतिशत पूर्ण करने के लिये किए जा रहे कार्यों की प्रतिदिन मॉनीटरिंग की जाना आवश्यक है। विभाग के सभी अधिकारी क्षेत्र में भ्रमण कर योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाएं। योजनाओं के क्रियान्वयन में अगर कोई भी परेशानी हो तो वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर उसका निराकरण सुनिश्चित करें।
प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एम के अंधवान ने समीक्षा बैठक के दौरान ग्वालियर – चंबल संभाग के प्रत्येक जिलों में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की और विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक के प्रारंभ में मुख्य अभियंता आर एल एस मौर्य ने ग्वालियर चंबल संभाग में नल जल योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर