ग्वालियर जिले में भी जनगणना की तैयारियां शुरू, कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश
संबंधित अधिकारियों की बैठक


- देश में पहली बार डिजिटल तरीके से होने जा रही जनगणना

ग्वालियर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में भी भारत सरकार के गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के तहत वर्ष 2027 में जनगणना की जायेगी। देश में पहली बार डिजिटल तरीके से जनगणना होने जा रही है। जनगणना की तैयारी के सिलसिले में कलेक्टर एवं प्रमुख जिला जनगणना अधिकारी रुचिका चौहान ने संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि भारत की जनगणना की गौरवशाली परंपरा है। उसी परंपरा के अनुरूप पूरी गंभीरता के साथ हर व्यक्ति की गणना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने जिलेवासियों से भी अपील की है कि वे जनगणना कार्य के लिये आने वाले प्रगणकों को सही-सही जानकारी उपलब्ध कराएं।

बैठक में जानकारी दी गई कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2027 की जनगणना के लिये अधिसूचना जारी की गई है। अधिसूचना के अनुसार वर्ष 2026 में मकान सूचीकरण का कार्य व वर्ष 2027 में जनगणना का काम किया जायेगा। जनगणना के तहत प्रगणक घर-घर जाकर जानकारी हासिल करेंगे। वर्तमान जनगणना का महत्वपूर्ण फीचर स्वगणना है। जिसमें कोई भी परिवार स्वत: ही गणना कर दर्ज करा सकता है, जिसकी पुष्टि प्रगणक द्वारा की जायेगी। बैठक में नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय, अपर कलेक्टर कुमार सत्यम व अपर आयुक्त नगर निगम मुनीष सिकरवार सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

शहर के वार्ड – 5 व 64 में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में नवम्बर माह में होगी जनगणना

बैठक में बताया गया कि ग्वालियर जिले में जनगणना का प्रारंभिक आंकलन करने के लिये जनगणना विभाग द्वारा नगर निगम ग्वालियर के वार्ड-5 व 64 को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चिन्हित किया गया है। इन वार्डों में नवम्बर माह में मकान गणना और जनगणना का कार्य प्रगणकों द्वारा किया जायेगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इन चिन्हित वार्डों में जनगणना करने के लिये प्रगणकों को 5, 6 व 7 नवम्बर को प्रशिक्षित किया जायेगा। इसके बाद नवम्बर माह में प्रशिक्षित प्रगणक जनगणना का कार्य करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर