कार्तिक शुक्ल नवमी को भक्ति भाव से मनाई गई आंवला नवमी
कार्तिक शुक्ल नवमी को भक्ति भाव से मनाई गई आंवला नवमी


जयपुर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। कार्तिक शुक्ल नवमी शुक्रवार को आंवला नवमी के रूप में भक्ति भाव से मनाई गई। उत्तम स्वास्थ्य की कामना के साथ महिलाओं ने आंवले के वृक्ष की पूजा-अर्चना कर हरि नाम संकीर्तन करते हुए परिक्रमा की। मंदिर में ठाकुरजी और आंवले के पेड़ के नीचे आंवले अर्पित किए।

आराध्य मंदिर श्री गोविंद देवजी में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में आंवला नवमी उत्सव मनाया गया। मंगला झांकी के बाद ठाकुर श्रीजी और आंवले के पेड़ का पूजन किया गया। ठाकुरजी को विशेष केसरिया रंग की लप्पा जामा पोशाक धारण कराई गई और विशेष आभूषण से श्रृंगार किया गया। तुलसा मंच पर भक्तों ने आंवला पूजन किया। बड़ी संख्या में महिलाओं ने मंगला से लेकर शयन की सातों झांकियां की।

गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी में आंवले के पेड़ की पूजा करने के लिए महिलाएं दिनभर आती रही। मंगल गीतों के साथ आंवले के पेड़ की परिक्रमा की। महिलाओं ने आंवले के पेड़ के चारों ओर कच्चा सूत और मौली लपेटकर परिक्रमा की। चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर में महंत मलय गोस्वामी के सान्निध्य में आंवला पूजन किया। महिलाओं ने आंवले का पूजन कर अखंड सौभाग्य, आरोग्य, संतान और सुख की कामना की। महिलाओं ने आंवले वृक्ष के नीचे बैठकर भोजन किया। प्रसाद के रूप में भी आंवला ग्रहण किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश