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जयपुर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। स्वच्छ और सुंदर जयपुर की दिशा में ग्रेटर निगम द्वारा एक अभिनव पहल आरंभ की गई है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य शहर में मौजूद जीवीपी पॉइंट्स को पूर्ण रूप से समाप्त कर शहर को स्वच्छ और कचरा मुक्त बनाना है।
गौरतलब है कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर झोटवाड़ा जोन के वार्ड नंबर 58 से इसकी शुरूआत की गई थी जिसकी सफलता के बाद जोन स्तर पर सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से निगरानी की जा रही है हूटर के माध्यम से चेतावनी दी जा रही है। इस अभियान के अंतर्गत निगम द्वारा ऐसे स्थानों की पहचान की गई जहां पूर्व में नियमित रूप से कचरा डाला जाता था। इन स्थानों को सुधारने के लिए सीसीटीवी कैमरे एवं हूटर सिस्टम स्थापित किए गए हैं, जिनकी 24 घंटे निगरानी ग्रेटर निगम की टीम द्वारा की जा रही है। वर्तमान में नगर निगम ग्रेटर जयपुर ने कुल 7 जीवीपी पॉइंट्स पर कैमरे लगाए हैं, जिनमें झोटवाड़ा जोन वार्ड 58, सारथी मार्ग (2 कैमरे), मानसरोवर जोन वार्ड 82, विजय पथ (1 कैमरा), मुरलीपुरा जोन वार्ड 18, अरोमा होटल के पीछे (1 कैमरा), विद्याधर नगर जोन वार्ड 35, चौमूं पुलिया (1 कैमरा), जगतपुरा जोन वार्ड 113, झालाना रोड (1 कैमरा), मालवीय नगर जोन वार्ड 134, अन्नपूर्णा रसोई (1 कैमरा), मालवीय नगर जोन वार्ड 150, नारायण सिंह सर्किल (1 कैमरा) शामिल हैं। ग्रेटर निगम की पायलट टीम द्वारा इन स्थानों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। जैसे ही किसी व्यक्ति द्वारा इन स्थानों पर कचरा डालने की कोशिश की जाती है, गाड्र्स के माध्यम से तुरंत चेतावनी संदेश जारी किया जाता है। चेतावनी के बावजूद कचरा डालने वाले दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध जुर्माने की कार्रवाई (200 से 500 रुपए तक) की जाती है। साथ ही सफाई टीम द्वारा इन स्थानों की स्वच्छता और निगरानी की रिपोर्ट नियमित रूप से तैयार की जाती है। हूटर की चेतावनी से लोग कचरा डालने से बचने लगे है और कई बार माफी मांग कर अपना कचरा वापस ले जाते है। जीवीपी पॉइंट्स पर कचरा डालने की प्रवृति में उल्लेखनीय कमी आई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश