वेतन रोकने पर भड़के शिक्षक, बीएसए दफ्तर पर धरना देकर बैठे
वेतन रोकने के आदेश को लेकर बीएसए संजय सिंह से कार्यालय में वार्ता करते शिक्षक नेता।


बीएसए कार्यालय पर धरना देते शिक्षक नेता और शिक्षक, वेतन रोकने के आदेश के खिलाफ की नारेबाजी।


बरेली, 30 अक्टूबर (हि.स.) । ऑनलाइन छात्र उपस्थिति अनिवार्य किए जाने और 100 फीसदी डिजिटल हाजिरी न भरने पर शिक्षकों का वेतन रोकने के आदेश से नाराज शिक्षकों ने गुरुवार को बीएसए कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। बीएसए की अनुपस्थिति में पहुंचे वरिष्ठ खंड शिक्षा अधिकारी दिनेश चंद्र जोशी से वार्ता विफल होने के बाद शिक्षक जमीन पर धरने पर बैठ गए और “वेतन दो, घर जाएंगे” के नारे लगाने लगे।

प्रदर्शन का नेतृत्व प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नरेश गंगवार, युटा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की महामंत्री शिखा अग्रवाल और महिला शिक्षक संघ की अध्यक्षा प्रवेश यादव ने किया। शिक्षक नेताओं ने कहा कि खराब नेटवर्क, खराब टैबलेट और ऐप की तकनीकी खामियों के कारण हाजिरी दर्ज नहीं हो पा रही है। फिर भी वेतन रोकने की धमकी देना अनुचित है।

युटा अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षकों को मूल कार्य पढ़ाई छोड़ अन्य कार्यों में उलझा दिया गया है। महिला शिक्षक संघ की राखी सक्सेना ने कहा कि “इस सत्र में पढ़ाई से ज्यादा ऑनलाइन ही ऑनलाइन हो रहा है।” शिक्षक नेताओं ने चेतावनी दी कि जब तक वेतन जारी नहीं होता, धरना जारी रहेगा। प्रदर्शन में सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार