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- इन–स्पेस कंपटीशन 2024–25: अब तक 27 लॉन्च, गुरुवार काे आएंगे चेयरमैन डॉ. पवन गोयनका और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला
देवरिया, 29 अक्टूबर (हि.स.)। बुधवार को आसमान पर बादल जरूर थे, लेकिन छात्रों का उत्साह और विज्ञान के प्रति जज्बा पहले की तरह ही चमक रहा था। इन–स्पेस मॉडल रॉकेट्री/कैनसैट इंडिया स्टूडेंट कंपटीशन 2024–25 के तीसरे दिन कुल 13 लॉन्च हुए। इनमें 8 मॉडल रॉकेट और 5 कैनसैट उपग्रह शामिल रहे। बारिश के बीच भी प्रतिभागी छात्रों ने अपने मिशन को रफ्तार देने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
इन–स्पेस के डायरेक्टर डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि “मॉडल रॉकेट करीब एक किलोमीटर की दूरी तय करते हैं और एक किलो तक भार वहन करते हैं। इनकी डिजाइन और तैयारी पूरी तरह प्रतिभागी छात्रों द्वारा की गई है।” उन्होंने कहा कि “आज के दिन पांच कैनसैट की सफल लॉन्चिंग हुई, जिससे अब तक कुल 19 कैनसैट और 5 मॉडल रॉकेट की लॉन्चिंग सफल रही है।
अब तक 27 लॉन्च, तीन रॉकेट असफल
27 अक्टूबर से शुरू हुई इस प्रतियोगिता में अब तक कुल 27 लॉन्च हो चुके हैं। इनमें से 24 लॉन्च पूरी तरह सफल रहे, जबकि केवल तीन रॉकेट तकनीकी कारणों से असफल रहे। डॉ. विनोद ने बताया कि “यह आंकड़ा प्रतिभागी छात्रों की तकनीकी क्षमता और उनकी तैयारी को दर्शाता है। इस स्तर पर इतनी सफलता मिलना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।
लॉन्चिंग का रोमांच भरा शेड्यूल
तीसरे दिन की लॉन्चिंग सुबह 8:19 बजे पहले मॉडल रॉकेट के उड़ान भरने के साथ शुरू हुई। इसके बाद 8:32, 8:34, 8:35, 12:05, 12:07, 12:10 और 12:13 बजे तक लगातार मॉडल रॉकेट हवा में उड़ते रहे। दोपहर बाद कैनसैट की बारी आई—12:16, 2:25, 2:29, 2:30 और 2:32 बजे पांच कैनसैट लॉन्च किए गए, जो पैराशूट के सहारे सुरक्षित नीचे उतरे। बारिश के कारण कुछ देरी जरूर हुई, लेकिन प्रतिभागियों का उत्साह और टीमवर्क गजब का दिखा।
बच्चों में दिखी वैज्ञानिक बनने की जिज्ञासा
आज प्रतियोगिता स्थल पर कई स्कूलों के छात्र–छात्राओं ने भी भ्रमण किया। द प्रेसिडेंट स्कूल (दनियाड़ी तरया रोड), एसबीडी स्कूल (पड़रौना) और पन्ना देवी इंटरमीडिएट कॉलेज के बच्चों ने वर्किंग एरिया, हैबिटेट एरिया और आर्ट एंड स्पेस गैलरी का विजिट किया। इन बच्चों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। उन्होंने प्रतिभागी छात्रों से सवाल पूछे, उपकरणों को करीब से देखा और विज्ञान के प्रति गहरी रुचि व्यक्त की। शिक्षकों ने कहा कि यह अनुभव छात्रों के लिए “भविष्य की दिशा तय करने वाला क्षण” साबित होगा।
गुरुवार काे आएंगे चेयरमैन और अंतरिक्ष यात्री
डॉ. विनोद ने बताया कि बृहस्पतिवार (30 अक्टूबर) को प्रतियोगिता का चौथा दिन बेहद खास रहेगा। इस दिन इन–स्पेस के चेयरमैन डॉ. पवन गोयनका और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला प्रतियोगिता स्थल पर पहुंचेंगे। वे प्रतिभागी छात्रों से मुलाकात करेंगे और उन्हें अंतरिक्ष विज्ञान व करियर से जुड़ी प्रेरणादायक बातें बताएंगे। उसी दिन रोजगार मेला (जॉब फेयर) का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें छात्रों को उद्योग जगत से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे।
बारिश के बावजूद मिशन जारी
दिनभर रुक–रुककर हुई बारिश के कारण सायं 4.30 बजे होने वाले लॉन्च टालने पड़े, लेकिन छात्रों का हौसला कायम रहा। डॉ. विनोद ने बताया कि बृहस्पतिवार को पांच मॉडल रॉकेट्री और पांच कैनसैट प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। मौसम चाहे जैसा भी हो, हमारे युवा वैज्ञानिकों की ऊर्जा और प्रतिबद्धता हर चुनौती पर भारी है। उत्तर भारत में पूर्वांचल की धरती पर जारी यह “स्पेस महाकुंभ” अब अपने चरम की ओर बढ़ रहा है। बृहस्पतिवार को जब शीर्ष नेतृत्व और अंतरिक्ष यात्री मंच पर होंगे, तब यह आयोजन न केवल छात्रों बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन जाएगा।
शशांक मणि, सांसद लोकसभा क्षेत्र देवरिया सदर ने कहा कि देवरिया लोकसभा क्षेत्र की धरती अब नवाचार और तकनीक का केंद्र बन रही है। यह देखकर गर्व होता है कि हमारे युवाओं के हाथों में अब सिर्फ कलम नहीं, बल्कि भविष्य की तकनीक भी है। कैनसैट और रॉकेट्री कंपटीशन जैसे आयोजन भारत को ‘विकसित राष्ट्र’ के पथ पर तेज़ी से आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / ज्योति पाठक