बलरामपुर : छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा और विकास को समर्पित होगा राज्योत्सव
छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा और विकास को समर्पित होगा राज्योत्सव


-हाई स्कूल मैदान में सजेगा तीन दिवसीय राज्योत्सव का रंगमंच

बलरामपुर, 29 अक्टूबर (हि.स.)। जिला स्तरीय राज्योत्सव का आयोजन 2 से 4 नवंबर तक हाई स्कूल मैदान में आयोजित होगा। इस तीन दिवसीय आयोजन में कलाकार प्रतिदिन अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। दर्शक पारंपरिक लोक नृत्य, गीत, कवि सम्मेलन, विभिन्न खेल कूद सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले सकेंगे। कलेक्टर राजेंद्र कटारा एवं नोडल अधिकारी राज्योत्सव एवं जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर ने समय-सीमा की बैठक में राज्योत्सव की तैयारियों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सौंपे गए दायित्वों का बेहतर निर्वहन करें।

छत्तीसगढ़ की स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित राज्योत्सव का भव्य आगाज 2 नवंबर से होने जा रहा है। तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में राज्य की संस्कृति, परंपरा और विकास यात्रा की झलक देखने को मिलेगी। प्रति दिवस दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। जहां बच्चे छत्तीसगढ़ की लोकसंस्कृति, पारंपरिक नृत्य, लोकगीत और राज्य की विविधता को अपने शानदार प्रदर्शन के माध्यम से प्रदर्शित करेंगे। वहीं शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सांस्कृति प्रस्तुतियाँ लोगों को मंत्रमुग्ध करेंगी।

राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम स्थल पर सभी विभागों की भव्य विकास प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस प्रदर्शनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य के गठन से लेकर अब तक के 25 वर्षों की विकास यात्रा को आकर्षक तरीके से प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदर्शनी में विभिन्न विभाग अपने-अपने क्षेत्र में हुए प्रमुख कार्यों, उपलब्धियों और नवाचारों को प्रस्तुत करेंगे। साथ ही उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए आधुनिक तकनीक, चित्र, मॉडल और वीडियो फिल्म के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान आमजन भी प्रदर्शनी का अवलोकन कर सकेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय