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अनूपपुर, 29 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विकाशखंड में शिक्षकों ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी पर लंबित एरियर,डीए भुगतान और क्रमोन्नति लाभ के रूपयें मांगनेका अरोप लगाते हुए बुधवार को एसडीएम पुष्पराजगढ़ शिकायप पत्र सौंपते हुए हटाने की मांग की हैं। चेतावनी दी है कि 20 दिनों में कार्रवाई नहीं हुई, तो शिक्षक संघ सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगा।
विकासखंड पुष्पराजगढ़ के शिक्षकों का वर्षों से लंबित एरियर, डीए भुगतान, और क्रमोन्नति लाभ के न मिलने से तंग आकर आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने मोर्चा खोल दिया।
एसडीएम पुष्पराजगढ़ को शिकायत पत्र देते हुए शिक्षकों ने खुलकर कहा कि बीईओ सतीश तिवारी के कार्यभार संभालने के बाद से ही भ्रष्टाचार ने जड़ें जमा ली हैं। “फाइल तभी चलती है जब रुपये चलते हैं।” कार्यालय के कर्मचारी खुलेआम रिश्वत मांगते हैं, बिल जमा करने पर रसीद नहीं देते और दबाव बनाने की कोशिश करते हैं।
शिक्षकों का आरोप है कि कोई आवेदन हो, वेतन अद्यतन या एरियर की मंजूरी हर जगह ‘नकदी की भाषा’ ही चलती है। कभी फाइल गायब कर दी जाती है, तो कभी हस्ताक्षर के नाम पर रोका जाता है। यह ऑफिस अब “घूस और धौंस” का पर्याय बन गया है। शिक्षक सवाल उठा रहे हैं कि क्या शिक्षा विभाग अब लूट का जरिया बन गया है?
शिकायप पत्र में बताया कि दो वर्षों से डीए एरियर और क्रमोन्नति लाभ का भुगतान नहीं हुआ है। शिक्षकों की सेवापुस्तिका ऑनलाइन अपडेट नहीं की जा रही, जिससे वेतनमान अटका पड़ा है। इस देरी के कारण बैंक लोन की किस्तें समय पर नहीं भर पा रहे हैं और उनका सिविल स्कोर खराब हो रहा है। यानी बीईओ की लापरवाही ने शिक्षकों को न सिर्फ मानसिक बल्कि आर्थिक झटका भी दिया है।
शिक्षकों ने बीईओ सतीश तिवारी को हटाने की मांग करते हुए जमकर नारेबाज़ी की। “सतीश तिवारी हटाओ, शिक्षा बचाओ” के नारों से ब्लॉक कार्यालय गूंज उठा। शिक्षकों का कहना है कि बीईओ की तानाशाही और भ्रष्टाचार ने कामकाज की रीढ़ तोड़ दी है। कई बार मौखिक शिकायतें की गईं, पर कार्रवाई के नाम पर सन्नाटा है। इस गूंज के पीछे सिर्फ गुस्सा नहीं, बल्कि व्यवस्था के प्रति टूटा हुआ भरोसा है।
शिक्षकों ने गंभीर आरोप लगाया कि कि बीईओ कार्यालय में पदस्थ अधिकारी शिक्षकों को धमकाते हैं। वेतन या फाइल के नाम पर ‘ऊपर की बात’ कहकर डराने का प्रयास किया जाता है। अगर पैसे देने से इनकार किया जाए तो अगले दिन उनका काम ही गायब मिल जाता है। शिक्षक संघ ने चेतावनी देते हुए दो टूक कहा कि “अब या तो कार्रवाई होगी या आंदोलन, 20 दिनों की समयसीमा में बीईओ सतीश तिवारी और अन्य कर्मचारियों पर ठोस कदम नहीं उठाया गया तो उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला