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जयपुर, 29 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय एकता दिवस और लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में बुधवार को दाैसा स्थित विशिष्ट केंद्रीय कारागार श्यालावास में बंदियों ने एक ऐसा आयोजन किया जिसने हर किसी का ध्यान आकर्षित किया।
जेल अधीक्षक पारस जांगिड़ की प्रेरणा से और जेलर विकास बागोरिया के मार्गदर्शन में जेल परिसर के खुले मैदान में चार सौ से अधिक बंदियों ने मिलकर भारत का एक विशाल नक्शा तैयार किया। इसके बाद सभी बंदी इस नक्शे में व्यवस्थित रूप से बैठकर राष्ट्रीय एकता और अखंडता का संदेश दिया।
इस अनूठे प्रदर्शन का सबसे बड़ा आकर्षण नक्शे के ठीक केंद्र में स्थापित सरदार पटेल की विशाल प्रतिमा थी, जो उनकी प्रसिद्ध स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का प्रतीकात्मक रूप थी। इस प्रस्तुति ने लौह पुरुष को एक अनोखी और भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
आयोजन के दौरान बंदियों ने पूरे जोश के साथ तिरंगी झंडियाँ लहराईं और देशभक्ति के नारे लगाए। पूरा परिसर भारत माता की जय, वंदे मातरम्, राष्ट्रीय एकता ज़िंदाबाद और हम सब एक हैं जैसे नारों से गूंज उठा।
बंदी संदीप गुप्ता ने बंदी विकास शर्मा, महेश, नितिन, दिनेश, राजेश मूर्तिकार, रामप्रसाद, प्रवीण सैनी और अन्य के सहयोग से इस विशाल नक्शे को तैयार किया। कार्यक्रम का समापन सामूहिक राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसने देश के प्रति उनकी निष्ठा और एकता की भावना को मजबूती से प्रदर्शित किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य सरदार पटेल के जीवन-संदेश राष्ट्रीय एकता, अखंडता और भाईचारा को बंदियों के जीवन में जीवंत करना था।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश