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- 2000 ड्रोन करेंगे विरासत से विकास का चित्रण
- एक से 3 नवम्बर तक भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में होगा समारोह
- प्रसिद्ध गायक जुबिन नौटियाल, हंसराज रघुवंशी और स्नेहा शंकर देंगे प्रस्तुतियां
भोपाल, 29 अक्टूबर (हि.स.) । भारत का हृदय कहा जाने वाला मध्य प्रदेश अपनी सांस्कृतिक विरासत, परंपराओं और आध्यात्मिक समृद्धि का प्रतीक है। प्रदेश के 70वें स्थापना दिवस का यह अवसर इस गौरवशाली पहचान को और भव्य रूप में प्रस्तुत करेगा। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश का 70वां स्थापना दिवस समारोह अभ्युदय मध्यप्रदेश के रूप में अपार हर्षोल्लास और भव्यता के साथ मनाया जाएगा। 1 से 3 नवम्बर 2025 तक भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित होने वाला यह मुख्य समारोह प्रदेश की सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक यात्रा का उत्सव होगा। इस वर्ष का आयोजन “उद्योग एवं रोजगार वर्ष” की थीम पर केंद्रित है, जो राज्य के निरंतर विकास, सांस्कृतिक समृद्धि और जनभागीदारी की भावना को दर्शाता है। मुख्य कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री, नागरिक उड्डयन किंजरापु राममोहन नायडू एवं केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कानून एवं न्याय अर्जुन राम मेघवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि अभ्युदय मध्य प्रदेश केवल उत्सव नहीं, बल्कि एक साझा प्रयास है। यह समारोह हमारे प्रदेश की प्रगति, परंपरा और परिश्रम की यात्रा का प्रतिबिंब है। मुख्यमंत्री डॉ यादव के नेतृत्व में हम इस आयोजन को प्रदेशव्यापी स्वरूप दे रहे हैं, ताकि हर जिला इस उत्सव से जुड़ सके।
राज्य मंत्री लोधी ने कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य समारोह प्रतिदिन सायं 6:30 बजे से शुरू होगा। पहले दिन समारोह का शुभारंभ 2000 ड्रोन के भव्य शो से होगा, जो विरासत से विकास को आकर्षक आकृतियों के माध्यम से प्रदर्शित करेगा। इसके बाद 500 से अधिक कलाकारों की विश्ववंद - श्रीकृष्ण की सांगीतिक यात्रा की समवेत प्रस्तुति होगी। अंत में, सुप्रसिद्ध पार्श्वगायक जुबिन नौटियाल एवं ग्रुप, मुम्बई द्वारा सुगम संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। इस दौरान भव्य आतिशबाजी भी की जाएगी।
समारोह के दूसरे दिन 2 नवम्बर को उज्जैन की संस्था विशाला सांस्कृतिक समिति द्वारा महानाट्य “सम्राट विक्रमादित्य” का मंचन किया जाएगा, जो हमारे प्रदेश के इतिहास और सुशासन की गाथा को जीवंत करेगा। इसके पश्चात, सुप्रसिद्ध गायक हंसराज रघुवंशी, चंडीगढ़ अपनी सुगम संगीत प्रस्तुति देंगे।
समारोह के तीसरे और अंतिम दिन 3 नवम्बर को जन सामान्य की मांग पर महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य का पुनः मंचन किया जाएगा। समारोह का समापन सुप्रसिद्ध गायिका स्नेहा शंकर, मुम्बई की सुगम संगीत प्रस्तुति से होगा।
शिल्प, स्वाद और संस्कृति का संगम
राज्य मंत्री लोधी ने बताया कि समारोह परिसर में एक जिला - एक उत्पाद शिल्प मेला, स्वाद देशज व्यंजन मेला और विविध प्रदर्शनियाँ भी आयोजित की जा रही हैं। इन प्रदर्शनियों में विकसित मध्यप्रदेश 2047, मध्यप्रदेश के गौरव, विक्रमादित्य और अयोध्या, मध्यप्रदेश के मंदिर देवलोक और विरासत से विकास जैसे विषय शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, 2 एवं 3 नवम्बर को दोपहर 3 बजे से प्रदेश के जनजातीय एवं लोक नृत्य जैसे करमा, भगोरिया, बधाई, गणगौर, मोनिया आदि की प्रस्तुतियां भी होंगी।
प्रदेशव्यापी आयोजन और जनभागीदारी
राज्य मंत्री लोधी ने बताया कि यह आयोजन केवल भोपाल तक सीमित नहीं है। शासन ने सभी जिलों में समानांतर रूप से स्थापना दिवस समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिसमें स्थानीय कलाकारों, स्कूल-कॉलेजों एवं स्वयंसेवी संगठनों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है। समारोह से पूर्व 30 एवं 31 अक्टूबर को सांस्कृतिक यात्राएं निकाली जाएंगी। 31 अक्टूबर को सायं 4 बजे माता मंदिर चौराहा से रोशनपुरा चौराहा तक महानाट्य के पात्रों और जनप्रतिनिधियों के साथ विशेष सांस्कृतिक यात्रा निकाली जाएगी। युवाओं को जोड़ने के लिए 29 अक्टूबर को विभिन्न शिक्षण संस्थानों में प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं। राज्य मंत्री लोधी ने प्रदेश के सभी नागरिकों से इस भव्य आयोजन में सपरिवार शामिल होने और अभ्युदय मध्यप्रदेश के साक्षी बनने का आह्वान किया है।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. मयंक चतुर्वेदी