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पटना, 29 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर राजनीतिक गतिविधियों की निगरानी तेज हो गई है। चुनावी प्रचार के बीच आर्थिक अपराध इकाई(ईओयू) ने सख्त कार्रवाई की है। ईओयू ने तीन बड़ी राजनीतिक पार्टियों पर मुकदमा दर्ज किया है। इसमें भाजपा, कांग्रेस और राजद शामिल है।
ईओयू ने यह कार्रवाई तीनों दलों के सोशल मीडिया अकाउंट्स से कथित रूप से भड़काऊ, धार्मिक और जातीय नफरत फैलाने वाली पोस्ट साझा किए जाने के आरोप में किया है।
ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बुधवार को प्रेस में बताया कि तीनों पार्टियों के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई ऐसे कंटेंट पाए गए जो चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं और समाज में धार्मिक व जातीय तनाव फैलाने की मंशा से साझा किए गए थे। ढिल्लों ने कहा कि ईओय की साइबर मॉनिटरिंग टीम ने इन पोस्ट्स का तकनीकी विश्लेषण किया और प्रमाण मिलने के बाद तीनों दलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
डीआईजी ने बताया कि सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए एक स्पेशल इलेक्शन सेल बनाया गया है। यह सेल तीन शिफ्टों में 24 घंटे काम कर रही है, ताकि चुनाव के दौरान किसी भी तरह की अफवाह या भड़काऊ सामग्री को तुरंत ट्रैक किया जा सके। उन्होंने कहा हमारी टीमें लगातार मॉनिटरिंग कर रही हैं, जो भी दल, उम्मीदवार या व्यक्ति डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नफरत फैलाने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होगी।
धार्मिक और जातीय द्वेष फैलाने का लगा है आरोप
ईओयू की रिपोर्ट के अनुसार कुछ पोस्ट्स में धर्म, जाति और समुदाय आधारित भड़काऊ टिप्पणियां थीं, जिनसे सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका थी। जांच के दौरान पाया गया कि ये पोस्ट्स पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स और कुछ प्रमाणित कार्यकर्ताओं के अकाउंट से साझा किए गए थे। इन्हीं आधारों पर चुनावी आचार संहिता और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / चंदा कुमारी