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नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (हि.स.)। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक विकास कुमार ने राजधानी में प्रदूषण के बढ़ते स्तर से निपटने के लिए डीएमआरसी की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज अशोक विहार और डेरावल नगर मेट्रो निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया।
डीएमआरसी ने एक्स पोस्ट में यह जानकारी साझा की। इसमें बताया गया है कि डॉ. विकास कुमार ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) को लागू करने को लेकर मेट्रो निर्माण स्थलों पर तैयारियों का जायजा लेने के लिए बुधवार को फेज-IV के निर्माणाधीन कृष्णा पार्क एक्सटेंशन – आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर के एक हिस्से का निरीक्षण किया। उन्होंने डीएमआरसी के सिविल और पर्यावरण विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में अशोक विहार और डेरावल नगर निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि डीएमआरसी ने निर्माण कार्य के प्रारंभ से ही अपने निर्माण स्थलों पर कई कदम उठाए हैं ताकि निर्माण कार्यों से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण के मौजूदा बढ़े हुए स्तर में और बढ़ोतरी न हो। निर्माण स्थलों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव, वाहनों को शहर की सड़कों पर आने से पहले उनके पहियों को धोना, सभी निर्माण सामग्री को ठीक से ढ़कना और सभी निर्माण और डिमोलिशन कचरे का सही निपटान और रीसाइक्लिंग करना, डीएमआरसी द्वारा उठाए गए कुछ कदम है।
कुमार ने बताया कि निर्धारित नियमों के अनुसार निर्माण स्थलों पर एंटी-स्मॉग गन लगाई गई हैं। असल में डीएमआरसी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पहली निर्माण एजेंसी थी जिसने सरकार द्वारा अनिवार्य किए जाने से बहुत पहले एंटी-स्मॉग गन लगाई थीं। फिलहाल निर्माण स्थलों पर ऐसी लगभग 82 मशीनें लगाई गई हैं और आवश्यकतानुसार इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव