बांदा में यात्रियों से भरी प्राइवेट बस पलटी, 15 यात्री घायल
दुर्घटनाग्रस्त बस


बस में फंसे यात्रियों को शीशा तोड़ कर बाहर निकाला गया

बांदा, 29 अक्टूबर (हि.स.)। यात्रियों से खचाखच भरी प्राइवेट बस की स्टेयरिंग फेल हो जाने से बस आनियंत्रित होकर पानी भरी खंती में पलट गई। हादसे के बाद चीख पुकार मच गई। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने शीशा तोड़ कर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। हादसे में घायल 15 यात्रियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा में बबेरू से सवारी भर कर प्राइवेट बस बुधवार की दोपहर बांदा आ रही थी। तभी देहात कोतवाली क्षेत्र के ददरिया गांव के पास तेज रफ्तार बस की अचानक स्टेरिग फेल हो गई। जब तक चालक बस को कंट्रोल कर पाता तब तक बस आनियंत्रित होकर पानी भरी खंती में पलट गई। इसमें सवार सभी लोग बस मेंं फंस गए। शोरगुल सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। कम चोटहिल यात्री तो खुद ही खिड़की से बाहर निकल आए। जबकि बस में फंसे यात्रियो्ं को शीशा तोड़ कर बाहर निकाला गया। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। यात्रियों का कहना था कि बस तीस शीटर थी। लेकिन उसमें पचास यात्री सवार थे। ओवरलोड होने के कारण चालक बस को संभाल नहीं पाया।

घायलों में बबेरू कोतवाली क्षेत्र के तराया गांव निवासी 68 वर्षीय जयगोपाल पुत्र रामप्रताप, पखरौली गांव निवासी 18वर्षीय सतीश पुत्र कमलेश, बिसंडा के पल्हरी गांव निवासी 49वर्षीय मुन्नी लाल पुत्र कैरा, मिलाथू गांव निवासी बस चालक 30वर्षीय रिंकू पुत्र संतोष, घाटमपुर निवासी 30वर्षीय सुनीता पत्नी छेंदालाल, उसकी बहन 32 वर्षीय मंजू पत्नी सुशील, उसकी 18 वर्षीय बेटी संजना, अछाह गांव निवासी 35 वर्षीय गायत्री पत्नी रामप्रसाद, शहर के फूटा कुआ निवासी 36 वर्षीय उदयबीर यादव, बबेरू निवासी 46 वर्षीय किरन पत्नी राममिलन, उसकी 25वर्षीय बेटी प्रियंका, मुरवल गांव निवासी 25 वर्षीय शांती उसका एक माह का बेटा कृष्णा, छह वर्षीय बेटी अंशिका, भदेहदू गांव निवासी 40 वर्षीय, घायल हो गए। इन सभी यात्रियोंं को जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया। इसके अलावा अन्य यात्रियों को भी मामूली चोटें आई हैं।

एएसपी शिवराज ने बताया कि बस चालक तेज गति से बस को चला रहा था। मामले की जांच की जा रही है। बस चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

घायल यात्रियाें काे अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेेंस सेवा काे सूचना दी गई लेकिन काफी इंतजार के बाद भी जब एंबुलेंस नहीं आई ताे वे ई रिक्शा से अस्पताल पहुंचे। घायल बस यात्री जय गोपाल ने बताया कि वह ई रिक्शा में बैठ कर अस्पताल आया है। इसके अलावा अन्य यात्री भी प्राइवेट साधनों से ही आए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह