सूर्योपासना का चार दिवसीय छठ पूजन उत्सव 25 से
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शोभायात्रा 27 को, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश व पूर्वोत्तर राज्यों के मूलवासियों में उत्साह

जोधपुर, 23 अक्टूबर (हि.स.)। सूर्योपासना से जुड़ा प्रमुख लोक आस्था का चार दिवसीय डाला छठ पूजन उत्सव 25 अक्टूबर को नहाए खाए की रस्म के साथ शुरू हो जाएगा। पारिवारिक सुख-समृद्धि तथा मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए लोक आस्था के महापर्व डाला छठ को लेकर रातानाडा, कुड़ी भगतासनी, एयरफोर्स सैन्यक्षेत्र, मधुबन हाउसिंग बोर्ड व बासनी में निवासरत बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश व पूर्वोत्तर राज्यों के मूलवासियों में उत्साह हैं। अखिल भारतीय भोजपुरी समाज, सुभाष चौक, रातानाडा की ओर से आयोजन की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं।

समाज के अध्यक्ष मुन्ना भाई ने बताया कि कार्तिक शुक्ल शुक्ल चतुर्थी से मनाए जाने वाले चार दिवसीय महापर्व की तैयारियां शुरू हो चुकी है। पौराणिक कथा के अनुसार, छठी मैया ब्रह्मा की मानस पुत्री और सूर्यदेव की बहन हैं। जीवन में समृद्धि, स्वास्थ्य और संतति सुख के लिए छठ पर्व में सूर्यदेव की उपासना को शुभ बताया गया है। अखिल भारतीय भोजपुरी समाज रातानाडा के उपाध्यक्ष विनोद कुमार प्रजापति ने बताया कि इस वर्ष 27 अक्टूबर को दोपहर 4 बजे से शाम 7 बजे तक शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। यह शोभायात्रा रातानाडा स्थित कृष्ण मंदिर से प्रारंभ होकर क्षेत्र के गणेश मंदिर तलहटी स्थित जेडीए पार्क जलाशय तक जाएगी। शोभायात्रा में महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल होंगे। समाज की ओर से पुलिस जाब्ता और साउंड सिस्टम की अनुमति प्रशासन से मांगी गई है, ताकि श्रद्धालुओं को सुगमता रहे।

यह होंगे चार दिन तक कार्यक्रम

पहले दिन व्रती महिलाएं गंगा जल से स्नान कर शुद्ध भोजन ग्रहण करती हैं। यह दिन पवित्रता और संयम का प्रतीक होता है। नहाय खाए की रस्म के बाद दूसरे दिन 26 अक्टूबर को खरना पूजा के साथ 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाएगा। तीसरे दिन 27 अक्टूबर को अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अघ्र्य अर्पित किया जाएगा। चौथे दिन 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद चार दिवसीय कठिन व्रत का समापन किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश