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जबलपुर, 23 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के सिहोरा थाना अंतर्गत ग्राम बरगी की महिलाओं ने गुरुवार की शाम को एकजुट होकर सिहोरा थाना का घेराव कर दिया। हाथों में शराब के गुम्मे और नारों के साथ महिलाएँ व ग्रामीण थाना परिसर सिहोरा पहुँचीं और शराब बंदी की माँग को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं का कहना था कि गाँव में खुलेआम शराब की बिक्री और सेवन से घर-परिवार बर्बाद हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन मौन बना हुआ है। गुस्साई महिलाओं ने प्रतीकात्मक रूप से शराब के गुम्मे फोड़ते हुए कहा “हमारे गाँव से शराब हटाओ, वरना हम खुद कार्रवाई करेंगे।”
ग्राम की सरपंच आशा साहू ने बताया कि बरगी के ग्राम में चारों तरफ़ शराब की बिक्री जोरों पर है जिससे असामाजिक तत्व कभी भी हंगामा करते देखे जा सकते हैं साथ ही युवा पीढ़ी भी नशे की गिरफ्त में है और लड़ाई झगड़े आम बात हो गई है। इसके पहले एक बार ग्राम में पूर्णतः शराब बंदी कर दी गई थी लेकिन ख़िरकाडोंगरी के विस्थापित लोग कालोनी के पास पहाड़ी में आकर बस गए जिसकी वजह से शराब फिर से विक्रय होने लगी है जिसे बन्द कराने महिलाओ ने थाना का घेराव किया।
वहीं, शराब बनाने और बेचने वाली महिलाओं ने कहा कि यही उनके जीविकोपार्जन का साधन है। और उन्होंने यह भी बताया कि उन लोगों के पास इसके अतिरिक्त अन्य कोई रोजगार नही है। इन लोगो के इस अबैध व्यवसाय में इनके बच्चे भी साथ मे लगे रहते है और कभी कभार ही स्कूल पहुंचते हैं जिनका शिक्षा का स्तर भी नही है जो स्कूलों में दर्ज तो हैं लेकिन कभी शाला नही जाते हैं इन बच्चों के हाथ से पुस्तकें दूर हैं। जिसकी वजह से ये लोग पीढ़ी दर पीढ़ी शराब बनाने को ही रोजगार मानते हैं।
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुँचे और महिलाओं को शांत किया। पुलिस ने आश्वासन दिया कि गाँव में अवैध शराब विक्रेताओं पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बरगी के ग्रामवासियों का कहना है कि वे अब “शराब मुक्त बरगी” अभियान चलाएँगी और यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे तहसील मुख्यालय तक आंदोलन ले जाएँगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विलोक पाठक