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शिमला, 23 अक्टूबर (हि.स.)। राजधानी शिमला में गुरुवार को दोपहर बाद मौसम ने अचानक करवट ली और देखते ही देखते बादल इस कदर बरसे कि पूरा शहर मानो मानसून में डूब गया। मौसम विभाग ने दिनभर साफ और धूप खिली रहने की भविष्यवाणी की थी, लेकिन आसमान ने मौसम विभाग का अनुमान गलत साबित कर दिया। दोपहर तीन बजे के बाद अचानक मौसम बदला और कुछ ही मिनटों में तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। बारिश की रफ्तार इतनी तेज थी कि लगा मानो मानसून लौट आया हो।
काफी समय तक चली इस बारिश से शहर के कई नाले उफान पर आ गए और सड़कों पर पानी बहने लगा। तेज बारिश के कारण मॉल रोड और रिज मैदान पर घूम रहे सैलानियों को इधर-उधर भागकर शरण लेनी पड़ी। छुट्टी के बाद घर लौट रहे स्कूली बच्चों और दफ्तरों से लौटते लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वाहन चालकों को भी फिसलन भरी सड़कों पर बड़ी सावधानी से चलना पड़ा।
लोगों ने कहा कि मानसून को प्रदेश से विदा हुए करीब एक महीना हो गया है, लेकिन आज की बारिश ने सबको हैरान कर दिया। बारिश के बाद शहर का तापमान तेजी से नीचे गिरा और ठंड बढ़ गई। बारिश के बीच सर्द हवाओं ने माहौल को पूरी तरह सर्दियों में बदल दिया। लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार यह बारिश पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई है, जिसने अचानक मौसम में बदलाव ला दिया। विभाग ने बताया कि राज्य के अन्य हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है, जबकि ऊपरी पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी हुई है। लाहौल-स्पीति और चम्बा जिले के ऊंचे क्षेत्रों में आज फिर हिमपात दर्ज किया गया। बीते 24 घण्टों में गोंदला में बर्फबारी दर्ज हुई, जबकि जोत में छह, कोठी में तीन और कसौल में दो मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विभाग ने बताया कि रात के समय भी ऊपरी इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। कुल्लू, मंडी और कांगड़ा जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि राहत की बात यह है कि 24 से 29 अक्तूबर तक राज्य में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। इस दौरान कहीं भी बारिश या बर्फबारी की संभावना नहीं है।
गौरतलब है कि इस साल शिमला में मानसून के दौरान सामान्य से अधिक बारिश हुई थी। मानसून ने प्रदेश में 20 जून को दस्तक दी थी और 26 सितंबर को विदाई ली थी। लेकिन लगभग एक माह बाद हुई इस जोरदार बारिश ने सभी को अचंभित कर दिया है। मौसम के इस अचानक बदलाव ने जहां पर्यटकों को चौंकाया, वहीं स्थानीय लोग भी ठंड के अचानक बढ़े असर से बचने के लिए तैयारियां करने लगे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा