अनूपपुर: यम द्वितीया पर नर्मदा उद्गम तट पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
नर्मदा उद्गम तट पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते हुए


नर्मदा मंदिर में कतार में नर्मदा दर्शन


अनूपपुर, 23 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित मां नर्मदा की उद्गम स्थली,पवित्र नगरी अमरकंटक में दीपोत्सव के पश्चात श्रद्धा, भक्ति और उल्लास का सैलाब उमड़ पड़ा हैं। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा एवं द्वितीया तिथि गुरूवार को दूर-दूर से आए भक्तों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों ने मां नर्मदा के पावन तटों पर स्नान कर आस्था की डुबकी लगाई।

अमरकंटक के मां नर्मदा की उद्गम स्थली के कोटि तीर्थ, गांधी कुंड और रामघाट के उत्तर-दक्षिण तट सुबह से ही श्रद्धालुओं से खचाखच भरे रहे। स्नान उपरांत भक्तजन कतारबद्ध होकर नर्मदा उद्गम मंदिर मातेश्वरी नर्मदा का दर्शन, पूजन एवं आरती कर अपने मनोकामनाओं की पूर्णता की कामना की। “हर हर नर्मदे” के जयघोष से समूचा परिसर गूंज उठा।

दीपावली की छुट्टियों और सुहाने मौसम ने अमरकंटक के धार्मिक व पर्यटन माहौल को और अधिक जीवंत बना दिया है। नगर के होटल, धर्मशालाएं और गेस्ट हाउस यात्रियों से भरे पड़े हैं। स्थानीय व्यापारियों के चेहरे पर भी प्रसन्नता झलक रही है।श्रद्धालुओं की बढ़ती आमद ने कारोबार में नई रौनक भर दी है।

प्रशासन के अनुसार, बीते दो दिनों में लगभग 25 से 30 हजार भक्त श्रद्धालु अमरकंटक पहुँचे। नगर के मुख्य मार्गों और पार्किंग स्थलों पर सैकड़ों वाहनों की कतारें देखी गईं। पर्व की पावन बेला पर नर्मदा तटों पर दीपों की झिलमिलाहट और भक्ति की मधुर गूंज ने नगर का वातावरण अलौकिक बना दिया। पावन नगरी अमरकंटक इन दिनों सचमुच एक जीवंत तीर्थ बन चुकी है, जहाँ प्रकृति, आस्था और आनंद एक साथ प्रवाहित हो रहा हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला