मथुरा : बहनाें ने भाईयाें संग स्नान कर पाई यम की फांस से मुक्ति, उमड़ा सैलाब
यमुना के घाटाें पर बहनाें अैार भईयाें का सैलाब


मथुरा, 23 अक्टूबर (हि.स.)। यमुना में भाई दूज पर यम द्वितीया का स्नान हुआ। बहनें यम की फांस से मुक्ति दिलाने के लिए भाई के साथ स्नान करके दीर्घायु की कामना करती हैं। गुरुवार को यमुना घाटों पर भाई-बहनों का हुजूम उमड़ पड़ा। यहां आज 1.25 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं और शाम तक बढ़ने की सम्भावना है। यहां बहनें अपने भाई के साथ स्नान करके उनकी दीर्घायु की प्रार्थना करती नजर आई। भारतवर्ष में भाई-बहन का एकमात्र मंदिर मथुरा के विश्राम घाट पर स्थित है। जहां स्नान करने के बाद भाई-बहन इस मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं।

गुरुवार को बृजधाम में यम द्वितीया पर मथुरा के ऐतिहासिक विश्राम घाट पर यमुना स्नान के लिए आस्था का सैलाब उमड़ा। यहाँ देशभर से हजारों श्रद्धालु मथुरा आये और ब्रह्म मुहूर्त से ही सुबह से ही यमुना स्नान शुरू हो गया। यम की फांस से मुक्ति पाने की अभिलाषा लेकर गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश सहित विभिन्न क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं भाई-बहनों ने एक साथ यमुना स्नान किया। उसके बाद यमराज मंदिर पर भाई बहिन ने पूजा अर्चना की। भाई-बहन के अटूट प्रेम का त्योहार भैयादूज देश भर में मनाया जा रहा है, लेकिन मथुरा में इसे लेकर कुछ अलग ही धार्मिक मान्यता है। यहां इस दिन यम की फांस से मुक्ति की कामना लेकर भाई-बहन यमुना में डुबकी लगाते हैं।

मथुरा के यमुना तट पुण्य विश्राम घाट पर यमुना धर्म राज का प्राचीन मंदिर है। स्नान के बाद भाई बहन इनका दर्शन करते हैं। यमुना जी को वस्त्र, श्रृंगार सामग्री और धर्मराज को काला वस्त्र अर्पित करते हैं। यम द्वितीया पर यमुना घाटों पर पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। विश्राम घाट तथा उसके आसपास के सभी घाटों पर बल्लियां बांध दी हैं। यमुना में 25 फीट तक श्रद्धालुओं के स्नान सुनिश्चित करने के लिए बल्लियां लगाई गई हैं। यहां पीएसी के गोताखोरों की तैनाती की गई, सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किये हैं।

माथुर चतुर्वेदी परिषद के महामंत्री राकेश तिवारी एडवोकेट का कहना है कि प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी अभी तक विश्राम घाट पर यम द्वितीया स्नान के लिए बेहतर साफ सफाई नहीं कराई गई। हजारों की संख्या में भाई बहन स्नान करने के लिए पहुंचे। बेरीकेडिंग आदि भी नहीं हो सकी। उनका कहना है कि यम द्वितीया के स्नान के लिए प्रशासन पूर्व में काफी समय पहले ही तैयारी करता था। इस बार नगर निगम ने कोई तैयारी नहीं की है।

हिन्दुस्थान समाचार / महेश कुमार