चित्रगुप्त मंदिर में चित्रांश परिवार ने की भगवान चित्रगुप्त और कलम दवात की पूजा
अररिया फोटो:चित्रगुप्त भगवान की पूजा


अररिया, 23 अक्टूबर(हि.स.)।

फारबिसगंज सुल्तान पोखर स्थित श्री चित्रगुप्त मंदिर गर्भगृह में स्थित भगवान श्री चित्रगुप्त एवं कलम दवात की पूजा सभी चित्रांश परिवार के सदस्यों द्वारा सामूहिक रूप से की गई।

श्री चित्रगुप्त भगवान के सभी वंशजों यथा भानु ,विभानु ,विश्वभानु, वीर्यवान, चारु, चित्रचार, मतिमान,सुचारू, चारुस्त, हिमवान, चित्र,अतीन्द्रिय बारहों संतानों की विधिवत् पूजा की गई। मान्यता है कि भगवान चित्रगुप्त के हाथ में कर्म की किताब कलम दवात है। इनकी लेखनी से संसार के समस्त जीवो को उनके कर्मों के अनुसार फल मिलता है।

पद्मपुराण,स्कन्दपुराण, ब्रह्मपुराण एवं याज्ञवल्लम स्मृति में इसका वर्णन है। एक मान्यता यह भी है कि समुद्र मंथन के दौरान देवताओं एवं असुरों के द्वारा मंथन के फलस्वरूप कुल चौदह रत्नों की प्राप्ति हुई थी उसी में लक्ष्मी जी के साथ चित्रगुप्त भगवान कि उत्पत्ति हुई।

इस पूजनोत्सव में चित्रगुप्त मंदिर फारबिसगंज के अतिरिक्त आस पास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में चित्रांश परिवार ने अपनी उपस्थिति दर्ज की और पूजा पुष्पांजलि हवन आदि में शामिल हुए। वही पूजा में पुरोहित के रूप मे भूपेंद्र झा तथा मुख्य यजमान के रूप में अक्षत श्रीवास्तव ने भाग लिया। इस अवसर पर चित्रगुप्त महापरिवार के अध्यक्ष अनिल कुमार सिन्हा, उपाध्यक्ष प्रो. डॉ अरविंद कुमार वर्मा, संरक्षक बीरेंद्र प्रसाद वीर, रेणु वर्मा, महासचिव तरुण कुमार सिन्हा, सचिव सतीश कुमार श्रीवास्तव,अभय कुमार श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष माधव लाल कर्ण सह सचिव अभय कुमार सिन्हा, अधिवक्ता अशोक कुमार दास, प्रो डॉ सतेन्द्र कुमार वर्मा, बालेश्वर लाल दास, अधिवक्ता किशोर कुमार दास मुकेश कुमार सिन्हा, मनोज मल्लिक, विनय सिन्हा, विनीता कुमारी,प्रदीप कर्ण, आदित्य श्रीवास्तव, राजीव रंजन, ऋषभ रंजन, अभिज्ञान, अमरेंद्र मल्लिक, अधिवक्ता सतेन्द्र वर्मा, तनु कुमारी, अमित कुमार उर्फ छोटू सिन्हा अनुभव श्रीवास्तव के साथ सैकड़ों चित्रांश परिवार उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर