सिलचर में फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार
सिलचर में फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार


कछार (असम), 23 अक्टूबर (हि.स.)। पुलिस ने फर्जी डॉक्टर पुलक मलाकार को गिरफ्तार किया है। सिलचर थाना अंतर्गत दर्ज केस नंबर 786/25 (यू/एस-125/271/318(4)/319(2)/336(4)/340(2)/112(2)/110 बीएनएस) की जांच के सिलसिले में पुलिस ने फर्जी डॉक्टर मलाकार को गिरफ्तार करने के बाद अब इस मामले में बड़े खुलासे किए हैं।

कछार पुलिस मुख्यालय द्वारा आज जारी आधिकारिक बयान में बताया गया है कि जांच के दौरान पुलिस को एक अन्य डॉक्टर, जयंत प्रसाद दास के खिलाफ भी पुख्ता सबूत मिले हैं। दास पर आरोप है कि वह नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एनआईएमएस) नामक एक अपंजीकृत संस्थान चला रहा था, जो फर्जी मेडिकल डिग्री और सर्टिफिकेट जारी करता था, जिनमें एमडी (ऑल्टरनेटिव मेडिसिन) जैसी डिग्रियां भी शामिल थीं।

पुलिस के अनुसार, जयंत प्रसाद दास बीते दो दशकों से फर्जी कॉलेज और डिग्रियों का नेटवर्क चला रहा था और ऐसे लोगों को डॉक्टर बनाकर जनता के बीच चिकित्सा अभ्यास करने की अनुमति देता था, जिससे जनस्वास्थ्य के साथ गंभीर खिलवाड़ किया जा रहा था। ये डिग्रियां किसी भी कानून के तहत मान्यता प्राप्त नहीं हैं और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) या अन्य सक्षम प्राधिकरणों से मंजूरी भी नहीं मिली थी।

मुख्य आरोपित पुलक मालाकार समेत कई फर्जी डॉक्टरों को इसी संस्थान से प्रमाण पत्र मिले थे, जिसके बाद वे अवैध रूप से चिकित्सक के रूप में कार्य कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि दास ने अपने चिकित्सा पेशे का दुरुपयोग कर एक संगठित अपराध नेटवर्क बनाया था, जिसमें कई अपात्र व्यक्ति डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी के रूप में कार्य कर रहे थे। यह गिरोह कथित रूप से आर्थिक लाभ के उद्देश्य से संचालित किया जा रहा था।

पुलिस ने बताया कि जयंत प्रसाद दास इस संगठित अपराध का मास्टरमाइंड है, जबकि पुलक मालाकार जैसे लोग इसके नेटवर्क के हिस्से हैं। दास की गतिविधियों ने न केवल जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया, बल्कि चिकित्सा व्यवस्था में लोगों के भरोसे को भी गहरी चोट पहुंचाई।

पुलिस ने जयंत प्रसाद दास को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है, जहां से उसे आगे की जांच के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश