भोपालः सीएमएचओ ने स्वास्थ्य संस्थाओं में पहुंचकर देखी लक्ष्य और एनकॉस मूल्यांकन की तैयारियां
भोपालः सीएमएचओ ने स्वास्थ्य संस्थाओं में पहुंचकर देखी लक्ष्य और एनकॉस मूल्यांकन की तैयारियां


भोपाल, 23 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के भोपाल जिले की विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं में अक्टूबर माह में होने जा रहे लक्ष्य कार्यक्रम और नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन की तैयारी की जा रही है। इन तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. मनीष शर्मा द्वारा जिले की विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं का निरीक्षण किया गया, जिसमें ओपीडी, लेबर रूम,आईपीडी, पैथोलॉजी लैब, फार्मेसी इत्यादि विभागों की सेवाओं को परखा गया।

इस अवसर पर बताया गया कि आगामी 27 से 29 अक्टूबर तक स्वास्थ्य संस्थाओं का नेशनल लेवल एसेसमेंट किया जा रहा है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर भौंरी और इमलिया में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के तहत असेसमेंट किया जाएगा। जबकि सिविल हॉस्पिटल बैरागढ़ में लक्ष्य कार्यक्रम के तहत मैटरनिटी ओटी की सेवाओं का मूल्यांकन किया जाएगा। इस अस्पताल को पूर्व में लेबर रूम के लिए लक्ष्य प्रमाणीकरण मिल चुका है। लक्ष्य प्रमाणीकरण गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण एवं सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिये दिया जाता है।

सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने गुरुवार को सिविल अस्पताल बैरागढ़ पहुंच कर लेबर रूम में इन्फेक्शन कंट्रोल, स्टाफ की उपलब्धता, प्रशिक्षण, रिकॉर्ड संधारण, मरीजों के अधिकार, दस्तावेजों की गोपनीयता, उपकरण एवं संसाधनों की उपलब्धता, इमरजेंसी दवाएं, स्वच्छता इत्यादि का बारीकी से निरीक्षण किया गया। साथ ही उपकरणों, इमरजेंसी प्रोटोकॉल, स्टाफ की क्लिनिकल जानकारी, सर्विस प्रोविजन, हाउसकीपिंग, किचन, लॉन्ड्री, मशीनों की स्थिति, मरीजों की काउंसलिंग, रेफरल सिस्टम, दवाइयों, एएनसी प्रोटोकॉल, पोस्ट नेटल केयर, स्तनपान, कंगारू मदर केयर सेवाओं का मूल्यांकन किया गया।

आयुष्मान आरोग्य मंदिर भौंरी और इमलिया में किए गए निरीक्षण के दौरान नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के प्रावधानों के अनुसार रिकॉर्ड्स, सर्विस प्रोविजन, मरीजों के अधिकार, इनपुट्स, सपोर्ट सर्विसेज, क्लीनिकल देखभाल, इनफेक्शन कंट्रोल, क्वालिटी मैनेजमेंट एवं आउटकम की जानकारी ली गई। सीएमएचओ डॉ.मनीष शर्मा ने बताया कि अब तक भोपाल की 38 स्वास्थ्य संस्थाओं का प्रमाणीकरण नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड में हो चुका है। जिनमें जिला चिकित्सालय, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी स्वास्थ्य संस्थाएं एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर शामिल हैं। 4 स्वास्थ्य संस्थाओं को लक्ष्य प्रमाणीकरण मिला है। यह प्रमाणीकरण स्वास्थ्य संस्थाओं की गुणवत्ता के लिए दिए जाते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर