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जोधपुर, 23 अक्टूबर (हि.स.)। गोवर्धन पूजन के साथ ही शहर में अन्नकूट महोत्सव की धूम मच गई है। दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा से शुरू हुए अन्नकूट महोत्सव के तहत ठाकुरजी को छप्पन भोग लगाया जा रहा है। शहर के कई मंदिरों में आज छप्पन भोग का भोग चढ़ाकर विश्वकल्याण की प्रार्थना की।
भगवान कृष्ण ने आठ दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाया था। उसी के मान्यता अनुसार 56 भोग लगाया जाता है। इसी को लेकर मंदिरों में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अन्नकूट का आयोजन किया जा रहा है जिसमें श्रद्धालु बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचकर अन्नकूट के भोग का दर्शन कर रहे है।
राइकाबाग स्थित जुगल जोड़ी बाबा रामदेव मंदिर में आज सैनाचार्य स्वामी अचलानंद गिरि महाराज के सान्निध्य में अन्नकूट महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर बाबा रामदेव-रानी नेत्तल और मां अन्नपूर्णा को 51 प्रकार से अधिक व्यंजनों का भोग लगाकर मारवाड़वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की गई।
श्रद्धालु रघुवीरसिंह भदावत ने बताया कि महोत्सव की शुरुआत अलसुबह बाबा रामदेव और रानी नेत्तल के पंचामृत अभिषेक और विशेष श्रृंगार से हुई। इसके बाद अखंड धूणी में आहुति देकर सुख-समृद्धि की प्रार्थना की गई। दोपहर में अन्नकूट की झांकी सजाई गई। इसके बाद सत्संग, कीर्तन और प्रवचन हुए। इस हेमलता राज्ये भी उपस्थित रही। इसी तरह जूनी मंडी स्थित गंगश्यामजी मंदिर में 56 भोग की झांकी सजाई गई। इसके अलावा जूनी मंडी स्थित बालाजी मंदिर और सिटी पुलिस क्षेत्र में स्थित श्रीलक्ष्मी नृसिंहजी मंदिर में भी अन्नकूट की झांकियां सजाईं गईं। ठाकुरजी की प्रतिमा के समक्ष 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। मंदिरों को रंग-बिरंगी फूलमंडलियों और दीपों से सजाया गया। रातानाडा गणेश मंदिर में अन्नकूट महोत्सव 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। पुजारी प्रदीप अबोटी ने बताया कि भक्त दोपहर 3 बजे से अन्नकूट दर्शन कर सकेंगे।
रातानाडा स्थित श्री कृष्ण मंदिर में महिला मंडली द्वारा 26 अक्टूबर को लाभ पंचमी के अवसर पर सुबह सवा पांच बजे श्री राधे राधे नाम के साथ कीर्तन करते हुए प्रभात फेरी निकाली जाएगी। मंदिर पुजारी हरिभाई गोस्वामी ने बताया कि पावन कार्तिक मास में सुबह स्नान के साथ ध्यान व कीर्तन का अधिक महत्व होता है। कार्तिक मास में मंदिर में एक महीने तक सुबह पांच से सात बजे तक कीर्तन व सत्संग होता है। इस दौरान महिलाओं द्वारा प्रभात फेरी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें श्री कृष्ण मंदिर से सुभाष चौक, सती माता मंदिर, शिव मंदिर होते हुए वापस श्री कृष्ण मंदिर में महाआरती के साथ प्रभात फेरी का समापन होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश