झज्जर में खतरनाक प्रदूषण फैला रही 11 भट्टियों को तोड़ा
झज्जर में खतरनाक प्रदूषण फैला रही 11 भट्टियों को तोड़ा


बिजली सप्लाई की गई बंद

झज्जर, 23 अक्टूबर (हि.स.)। जिले में हवा को सांस लेने लायक बनाए रखने के लिए हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बहादुरगढ़ क्षेत्र में प्रदूषण फैला रही औद्योगिक इकाइयों पर सख्ती आरंभ कर दी है। गुरुवार को बोर्ड की टीम ने गांव गुभाना के पास अवैध रूप से चल रही एल्युमिनियम वेस्ट पिघलाने वाली 11 भट्ठियों को तोड़ दिया। दिल्ली से सटे गांव गुभाना में ये सभी भट्ठियां तीन अलग-अलग स्थानों पर चल रही थी।

एल्युमिनियम पिंघलाने वाली इन भट्टियों पर कार्रवाई एचसीपीसीबी के एसडीओ अमित दहिया के नेतृत्व में की गई। दरअसल, बोर्ड को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि गुभाना गांव में रात के समय भट्ठियां जलाकर एल्युमिनियम स्क्रैप पिघलाया जा रहा है। इससे न केवल प्रदूषण बढ़ता है, बल्कि आसपास के ग्रामीणों को सांस संबंधी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। टीम ने मौके पर पहुंचकर देखा कि सभी भट्ठियों से निकलने वाला धुआं आसपास के वातावरण को दूषित कर रहा था। यह प्रदूषण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के क्षेत्र में भी पहुंच रहा था।

बोर्ड की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी 11 भट्ठियों को पूरी तरह से उखड़वा दिया और बिजली कनेक्शन भी कटवा दिए । बोर्ड की क्षेत्रीय अधिकारी शैलेन्द्र अरोड़ा ने कहा कि बोर्ड किसी भी कीमत पर प्रदूषण फैलाने वाली अवैध इकाइयों को बख्शेगा नहीं। उन्होंने कहा कि गुभाना गांव में जिन भट्ठियों पर कार्रवाई की गई, उन्हें पहले भी बंद कराया गया था, लेकिन दोबारा अवैध रूप से शुरू कर दिया गया था। इस बार इन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है ताकि दोबारा शुरू न की जा सकें। साथ ही बिजली आपूर्ति भी स्थायी रूप से बंद कर दी गई है। उन्होंने बताया कि बहादुरगढ़ क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर 300 से ऊपर चल रहा है, जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है। दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-2 पाबंदियां लागू हैं, ऐसे में किसी भी प्रकार से प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधि पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं। बोर्ड की विशेष टीमें लगातार नजर रखे हुए हैं और आगे की इस तरह के उद्योगों को नहीं चलने दिया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज