श्रीकृष्ण और सुभद्रा के स्नेह में झलकता है भाई-बहन के प्यार का अटूट बंधन : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
सीएम मोहन यादव (फाइल फोटो)


- मुख्यमंत्री निवास में गुरुवार को होगा भाईदूज का कार्यक्रम, प्रदेशभर की लाड़ली बहने होंगी शामिल

भोपाल, 22 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण और सुभद्रा का रिश्ता भाई-बहन के प्रेम और संरक्षण की सबसे सुंदर मिसाल है। जिस प्रकार श्रीकृष्ण ने हर परिस्थिति में बहन सुभद्रा की सुरक्षा और सम्मान का ध्यान रखा, उसी भावना से हमारी सरकार भी प्रदेश की हर लाड़ली बहन के सुख, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की साथी है। श्रीकृष्ण और सुभद्रा का संबंध इस बात की याद दिलाता है कि भाई का स्नेह केवल वचन निभाना ही नहीं, कर्म से निभाई जाने वाली जिम्मेदारी भी है। हमारी सरकार इसी दृष्टि से सांस्कृतिक परंपरा को निभाते हुए आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हमारे लिये बहनों की खुशी, उनकी सुरक्षा और आत्मविश्वास सर्वोपरि है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बुधवार को सोशल मीडिया के माध्यम से जारी अपने संदेश में यह बात कही। उन्होंने कहा कि गुरुवार, 23 अक्टूबर को भाईदूज के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में भाईदूज कार्यक्रम आयोजित होगा। उन्होंने इस कार्यक्रम में सम्मलित होने के लिए प्रदेशभर की लाड़ली बहनों को आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री निवास पर आने वाली लाड़ली बहनों का मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया जाएगा। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर और विधायक एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल भी उपस्थित रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहनों को दिए संदेश में कहा कि भाईदूज का पर्व भारतीय संस्कृति में प्रेम, स्नेह और जिम्मेदारी का प्रतीक है। यह केवल एक त्यौहार नहीं बल्कि उस रिश्ते का उत्सव है, जिसमें भाई अपनी बहन के सुख-दुख, सुरक्षा और सम्मान का वचन निभाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बहनों की मुस्कान ही समाज की समृद्धि का आधार है और हर भाई का यह कर्तव्य है कि वह अपने आचरण और कर्म से इस भावना को मजबूत बनाए।

शासन में संवेदना, त्यौहारों में अपनापन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह परंपरा बनाई है कि प्रदेश का हर पर्व जनता के जीवन में नई उमंग और नई आशा लेकर आए। दीपावली, रक्षाबंधन, गोवर्धन पूजा और अब भाईदूज जैसे पर्व शासन के मानवीय स्वरूप का प्रतीक बन चुके हैं।

लाड़ली बहनें : सशक्त समाज की आधारशिला

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश की लाड़ली बहनें केवल योजनाओं की लाभार्थी नहीं, बल्कि परिवार और समाज की आत्मा हैं। लाड़ली बहना योजना ने बहनों को आत्मनिर्भर, जागरूक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाया है। अब तक इस योजना के अंतर्गत 44,917.92 करोड़ रुपये की राशि सीधे बहनों के खातों में पहुंचाई जा चुकी है, जो प्रदेश की एक करोड़ 27 लाख लाड़ली बहनों के प्रति स्नेह और सम्मान का जीवंत उदाहरण है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर