31 अक्तूबर से 5 नवम्बर तक मनाया जाएगा अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेला, तैयारियां पूरी
रेणुका जी मेला पूरी भव्यता तथा पारम्परिक रूप से होगा आयोजितः- विनय कुमार


नाहन, 22 अक्टूबर (हि.स.)। प्रदेश का प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेला इस वर्ष 31 अक्तूबर से 5 नवम्बर, 2025 तक पूरे पारंपरिक और भव्य रूप में आयोजित किया जाएगा। मेले की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यह जानकारी हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष एवं श्री रेणुका जी विकास बोर्ड के अध्यक्ष विनय कुमार ने दी। उन्होंने मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय नाहन के सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मेले के सफल आयोजन के लिए सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करना होगा ताकि श्रद्धालुओं और सैलानियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

विनय कुमार ने बताया कि इस वर्ष मेले को और अधिक आकर्षक और जनोन्मुख बनाने के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। मेले में विभिन्न विभागों द्वारा सरकार की विकासात्मक योजनाओं की प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी, जिससे आम लोगों को योजनाओं की जानकारी मिल सके। इसके साथ ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक संध्याओं और पारंपरिक दंगल प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ प्रदेश के अन्य हिस्सों से भी कलाकार भाग लेंगे, जिससे मेले की सांस्कृतिक छटा और अधिक निखरेगी।

बैठक में मेला मैदान की मरम्मत, अस्थायी पुलों के निर्माण और सड़क मार्गों की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की गई। संबंधित विभागों को सभी कार्य समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि मेला शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हो जाएं।

उपाध्यक्ष ने पुलिस प्रशासन को भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुचारू यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी और हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा, मेला स्थल पर स्वास्थ्य सुविधाओं, स्वच्छता व्यवस्था और पेयजल की उपलब्धता के लिए भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।

विनय कुमार ने कहा कि श्री रेणुका जी मेला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और सामुदायिक एकता का भी प्रतीक है। इस मेले से न केवल स्थानीय लोगों की आजीविका जुड़ी है, बल्कि यह राज्य के पर्यटन को भी नई दिशा देता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मेला क्षेत्र में स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था और श्रद्धालुओं के आवागमन की सुविधा पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि हर आगंतुक के मन में प्रदेश की सकारात्मक छवि बने।

श्री रेणुका जी झील और मंदिर परिसर हर वर्ष हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। इस वर्ष मेले में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और अधिक रहने की संभावना है। प्रशासन और विकास बोर्ड इस आयोजन को यादगार और सुरक्षित बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर