अन्नकूट पर्व पर मां अन्नपूर्णा के दरबार में सजी छप्पन भोग की झांकी, उमड़े श्रद्धालु
अन्नकूट की झांकी


शक्तिपीठ विशालाक्षी के दरबार में अन्नकूट श्रृंगार


स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन के लिए अन्तिम दिन श्रद्धालुओं की लम्बी कतार

वाराणसी, 22 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में अन्नकूट पर्व पर बुधवार को स्वर्णमयी अन्नपूर्णा के दरबार में 56 भोग की झांकी सजी। अन्नपूर्णा मंदिर के गर्भगृह में लड्डुओं से मंदिर भी बनाया गया। पर्व पर मंदिर में मां को 511 क्विंटल से अधिक कच्चे-पक्के व्यंजनों का भोग लगाया गया, जिसे छप्पन भोग के रूप में सजाया गया था। इसमें 57 प्रकार की मिठाइयां और 17 तरह की नमकीन शामिल थीं। इसे 105 कारीगरों ने तैयार किया था। अपरान्ह बाद प्रसाद को भक्तों में वितरित किया गया।

इसके पहले महंत शंकरपुरी की देखरेख में पर्व पर मातारानी का विशेष श्रृंगार किया गया। भोर में भोग लगाने के साथ मंगला आरती के बाद मंदिर का पट आमजन के लिए खुल गया। दरबार में अन्तिम दिन मां के स्वर्णमयी प्रतिमा का दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही। देर शाम मां के स्वर्णमयी प्रतिमा का दर्शन पूजन बंद हो जाएगा। अब अगले वर्ष 2026 के धनतेरस पर्व से मां के स्वर्णमयी प्रतिमा का दर्शन पूजन होगा।

अन्नपूर्णा मंदिर के प्रबंधक काशी मिश्रा ने बताया कि इन पांच दिनों में दरबार में भक्ति की धारा प्रवाहित हुई। देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु मां अन्नपूर्णा के दर्शन करने आए। मां अन्नपूर्णा के दर्शन से व्यक्ति को वर्ष भर अन्न और धन की कमी नहीं होती है। भक्तों पर मां अन्नपूर्णा की सदैव कृपा बनी रहती है। अन्नकूट पर्व पर ढुंढिराज गणेश, शनि मंदिर, कैलाश मंदिर, अक्षयवट हनुमान मंदिर, साक्षी विनायक मंदिर, विशालाक्षी मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी अन्नकूट महोत्सव मनाया गया।--------------

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी