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मंडी, 22 अक्टूबर (हि.स.)। मंडी सदर के विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि वह विरोधी दल में हैं मगर मुख्यमंत्री के साथ उनके अच्छे संबंध हैं जिसकी बदौलत वह जो भी करना चाह रहे हैं उसके लिए उन्हें पैसा मिल रहा है। बुधवार को यहां श्री विश्वकर्मा दिवस समारोह में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत व अपने संबोधन में उन्हाेंने कहा कि मंडी डिग्री कालेज का भवन अधूरा था मगर वह पैसा ले आए और अब काम तेजी से चल रहा है। शिवरात्रि तक यह तैयार हो जाएगा। इसी तरह से मंडी बाइपास पर रेहड़ी फहड़ी मार्केट का काम चल रहा है। इसके लिए वह 2 करोड़ रूपए सरकार से लाए हैं, इसके फर्श का काम गुरूवार से शुरू हो रहा है। गुरूवार को यहां पर चल रही पार्किंग को बंद कर दिया जाएगा और काम पूरा होने पर यहां लोकल बस स्टैंड, पार्किंग व रेहड़ी फहड़ी मार्केट शुरू हो जाएगी। इन कामों को शिवरात्रि महोत्सव के मौके पर शुरू कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा दूर की सोचते हैं और मंडी में उन्होंने अपनी सोच से बहुत कुछ करके दिखाया है। वह चाहते हैं कि डेढ़ करोड़ की लागत से जो विश्वकर्मा भवन के सामने 2023 में बहुत बड़ा भूसख्लन आधुनिक तकनीक से ठीक किया गया था वह तकनीक फेल हो गई। अब इसे कंकरीट से तैयार करके यहां पर पार्किंग व सामुदायिक भवन तैयार किया जाएगा। इससे पीपीपी मोड पर तैयार करने की कोशिश की जा रही है। पड्डल जालपा मंदिर से पुरानी मंडी को बनाए गए पुल के पास एक विशाल पुस्तकालय बनाने की योजना बनाई जा रही है। कांगणी जंगल से फोरलेन के लिए जो संपर्क सड़क है उसकी भी सीआरएफ के तहत पांच करोड़ की डीपीआर बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले के दो क्षेत्रों धर्मपुर व मंडी सदर के लिए ही नाबार्ड ने दो योजनाएं दी हैं जिनमें से 28 करोड़ की लागत से कोटली बाइपास बनाया जाएगा। ऐसा उनके मुख्यमंत्री के साथ अच्छे संबंधों के चलते हुआ है। उन्होंने कहा कि मंडी सदर के विकास के लिए वह सरकार किसी की भी हो, हमेशा धन लाने की कोशिश में रहते हैं।
मंडी के पड्डल में प्रस्तावित इनडोर स्टेडियम के लिए जैसे ही बजट आ जाएगा, इसे किसी दूसरी जगह पर बना दिया जाएगा क्योंकि पड्डल मैदान को लेकर कुछ लोग सहमत नहीं हैं और मैं वही काम करूंगा जो लोग चाहते हों। उन्होंने कुछ लोगों जो बार-बार यह कह रहे हैं कि सुख राम परिवार ने ही मंडी का ठेका थोड़े ले रखा है को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मंडी सदर से हमारे परिवार को रिश्ता बहुत पुराना है। ठीक है हमने ही ठेका नहीं ले रखा है मगर ऐसा बोलने वालों को यह भी याद रखना चाहिए कि मंडी सदर के लोग हमें चाहते हैं। यहां के लोगों ने हमेशा हमारा दुख सुख में हमारा साथ दिया है। हम गिरते पड़ते भी रहे मगर तब भी मंडी सदर के लोग हमारे परिवार के साथ रहे। उन्होंने कहा कि ऐसा कहने वालों को मंडी सदर की जनता व हमारे परिवार के रिश्तों का ज्ञान ही नहीं है। उन्हें पहले अपना आकलन करना चाहिए। आज मंडी सदर क्षेत्र यदि पूरे प्रदेश में एक मॉडल है तो इसके पीछे उनके परिवार की सेवाओं का ही हाथ है। उन्होंने समारोह में मौजूद कुछ लोगों की ओर इशारा करते हुए कहा कि यहां ऐसे भी लोग बैठे जो मेरे पिता पंडित सुखराम के समय के हैं और उन्हें अपने परिवार की तरह मानते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा