अनूपपुर: 18 माह बाद भी लांघा टोला से केलमनिया सड़क अधूरी, हर दिन मुश्किल में राहगीर
अधूरी सडक पर निरीक्षण करते अधिकारी


अनूपपुर, 22 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम लांघा टोला से केलमनिया के बीच सड़क का निर्माण निर्धारित समय से 18 माह अधिक हो जाने के बावजूद अब तक पूर्ण नहीं हो पाया है। जिससे इस मार्ग पर आवागमन करने वाले हजारों राहगीरों को प्रतिदिन परेशानियों के बीच आवागमन करना पड़ता है।

वर्ष 2022 में इस 52 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था। इसे अप्रैल 2024 को ठेकेदार को पूर्ण करना था, लेकिन समयसीमा पूर्ण होने के बाद भी 70 फीसदी कार्य ही अब तक हो सका है। सड़क निर्माण न होने से स्थानीय राहगीरों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर कई बार स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने आंदोलन करने के साथ ही ठेकेदार की धीमी कार्य प्रणाली पर विरोध भी दर्ज कराया था। एमपीआरडीसी के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जल्द ही इसे पूर्ण करने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है।

लिखित आश्वासन के बाद भी लापरवाही

लगातार कार्य में देरी होने पर पुष्पराजगढ़ विधायक के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन के बाद ठेकेदार ने मौके पर पहुंचकर लिखित रूप से 30 जून 2025 तक इस सड़क के निर्माण कार्य को पूर्ण करने का आश्वासन दिया था। समय बीतने के बाद एक बार फिर से एमपी आरडीसी अधिकारियों ने नवंबर महीने तक ठेकेदार को कार्य पूर्ण करने का समय दिया है लेकिन वह समय अवधि भी अब पूरी होने को है और अभी तक 30 प्रतिशत कार्य अधूरा है।

साढे़ तीन किमी पर सिर्फ एक लेन का होगा निर्माण

लीला टोला से केलमनिया घाट तक सड़क निर्माण के लिए वन विभाग से अनापत्ति नहीं मिलने के कारण इस सड़क का चौड़ीकरण भी अब नहीं हो पाएगा और यहां पर सिर्फ एक लेन सड़क का निर्माण ही होगा। जिसकी वजह से यहां पर यातायात में अव्यवस्था का सामना भी करना पड़ेगा। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि फॉरेस्ट क्लीयरेंस ना मिलने से 3.75 मीटर चौड़ी सड़क का ही निर्माण इस दायरे में किया जाएगा।

176 करोड़ रुपए की लागत से हो रहा निर्माण

लांघा टोला से केलमनिया मार्ग का निर्माण 176 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। यह सड़क इस क्षेत्र के लगभग 80 ग्राम पंचायत को जोड़ती है जो जनपद मुख्यालय एवं तहसील राजेंद्र ग्राम तक आने जाने का मुख्य मार्ग है। सड़क के जर्जर होने के कारण ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानी होती है। बारिश में तो यह परेशानी और भी बढ़ जाती है।

महाप्रबंधक एमपीआरडीसी अवधेश स्वर्णकार ने बताया कि ठेकेदार को नवंबर तक समय दिया गया है, यह बात सही है कि क्लीयरेंस नहीं मिलने से सड़क का कार्य प्रभावित होगा। जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूर्ण कराने का प्रयास है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला