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भुवनेश्वर, 22 अक्टूबर (हि.स.)। ओडिशा के कृषि एवं किसान सशक्तिकरण विभाग ने संभावित वर्षा की स्थिति को देखते हुए बुधवार को एक तैयारी बैठक आयोजित की। बैठक का मुख्य उद्देश्य किसानों की सुरक्षा, मौसम संबंधी सतर्कता, तथा मैदानी अधिकारियों और मौसम विज्ञान विभाग के बीच समन्वय सुनिश्चित करना था। बैठक की अध्यक्षता विभाग के प्रधान सचिव डॉ. अरविंद कुमार पाढी ने की।
बैठक में कृषि निदेशक शुभम सक्सेना, भारत मौसम विज्ञान विभाग की निदेशक स्मिता मनोरमा महापात्र और ओयूएटी के डीन प्रो. प्रसन्नजीत मिश्रा सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान मौसम विभाग ने स्पष्ट किया कि चक्रवात के गठन को लेकर फिलहाल कोई पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के कारण राज्य के कुछ हिस्सों में छिटपुट वर्षा होने की संभावना है, खासकर तटीय ओडिशा में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
प्रधान सचिव डॉ. पाढी ने किसानों से अपील की कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी परामर्शों का पालन करें और किसी भी अफवाह या भ्रामक सूचना से बचें। उन्होंने कहा कि किसानों को केवल सरकार एवं मौसम विभाग द्वारा जारी आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करना चाहिए।
डॉ. पाढी ने जानकारी दी कि इस वर्ष ओडिशा में 100 प्रतिशत सामान्य वर्षा दर्ज की गई है, जिससे फसल उत्पादन के बेहतर परिणाम की उम्मीद है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी भी प्रतिकूल मौसम स्थिति से निपटने के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है।
कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि किसी भी आपात स्थिति में वे टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 155333 पर संपर्क करें या अपने निकटतम क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र अथवा कृषि अधिकारी से मार्गदर्शन प्राप्त करें।
बैठक में विभाग के विभिन्न प्रभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता महंतो