बुंदेलखंड की पारंपरिक शान, दिवारी और मोनिया नृत्य में दिखी सांस्कृतिक विरासत की झलक
बुंदेलखंड की पारंपरिक शान, दिवारी और मोनिया नृत्य का भव्य आयोजन


हमीरपुर, 22 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जनपद सहित सुमेरपुर क्षेत्र के ग्राम चंद्रपुरवा में दीपावली के अवसर पर बुंदेलखंड की पारंपरिक शान दिवारी और मोनिया नृत्य का भव्य आयोजन बुधवार काे किया गया। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि बुंदेलखंड की वीरता और सांस्कृतिक विरासत की झलक भी प्रस्तुत करता है।

परंपरा के अनुसार कार्यक्रम की शुरुआत मोनियो क्षेत्र एटरा बजरंगबली मंदिर होते हुए अनेक देवस्थान से होकर इसके बाद सभी मोनिया गांव के प्रमुख प्राचीन मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया और फिर गांव-गांव नृत्य करते हुए प्रस्थान किया। कार्यक्रम के दौरान जब दिवारी नृत्य की शुरुआत हुई तो ढोलक की थाप और लाठियों की टकराहट से पूरा वातावरण गूंज उठा। युवक लाठियों के साथ पारंपरिक युद्ध कौशल का प्रदर्शन करते नज़र आए।

यह नृत्य भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा से जुड़ा हुआ है और बुंदेलखंड की वीरता की अमर गाथा को जीवंत करता है। बरसाने की लट्ठमार होली की तरह दिवारी नृत्य में भी वही रोमांच और जोश देखने को मिला, लेकिन इसकी अपनी अलग पहचान और परंपरा है। दिवाली के अगले दिन किया जाने वाला मोनिया नृत्य भी आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें युवक मौन व्रत रखते हुए गांव-गांव घूमकर नृत्य करते हैं। यह आयोजन बुंदेलखंड की संस्कृति, आस्था और लोकजीवन की जीवंत मिसाल बनकर लोगों के दिलों में अमिट छाप छोड़ गया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा