कोलकाता में चंदा न देने पर प्रतिमा शिल्पी की पिटाई, चार आरोपीत गिरफ्तार
चंदा न मिलने पर मारपीट


कोलकाता, 21 अक्टूबर (हि. स.)।

कालीपूजा की प्रतिमा सजाकर घर लौट रहे एक मूर्ति शिल्पकार को इलाके के ही कुछ क्लब सदस्यों ने बेरहमी से पीट दिया है। मामले में शिकायत मिलने के तुरंत बाद पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को कोलकाता पुलिस की ओर से जारी बयान में इस बारे में जानकारी दी गई है। आरोप है कि वे लोग उससे पूजा के लिए 2,001 रुपये चंदा की मांग कर रहे थे। जब शिल्पी ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देकर अगले दिन पैसे देने की बात कही, तो उन लोगों ने उस पर हमला कर दिया।

घटना खास कोलकाता के मानिकतला इलाके की है। प्रतिमा सजाने का काम करने वाले 57 वर्षीय परितोष चक्रवर्ती रविवार रात करीब साढ़े 11 बजे काली प्रतिमा सजाने के बाद घर लौट रहे थे। आरोप है कि घर से लगभग 200 मीटर दूर चार क्लब सदस्य—संतु समद्दार, राजा सरकार, विश्वनाथ दास और बिशु दास—ने उन्हें घेर लिया। सभी नशे में थे।

परितोष के बेटे पृथ्वीश चक्रवर्ती ने बताया, “वे कह रहे थे कि पिछले साल भी चंदा नहीं दिया गया था, इसलिए इस बार दोनों साल मिलाकर 2001 रुपये देने होंगे।” परितोष ने अगले दिन चंदा देने का आश्वासन दिया, लेकिन आरोपितों ने उसी वक्त पैसे की मांग पर जोर दिया और मना करने पर उन पर हमला कर दिया।

आरोप है कि चारों ने सड़क पर गिराकर परितोष को बुरी तरह पीटा। उनके हाथ में जो बड़ा स्टेपलर था, उसी से भी उन्हें मारा गया। एक आरोपीत ने अपने हाथ का लोहे का कड़ा निकालकर उससे भी वार किया। शिल्पी के सिर, चेहरे और आंख में गंभीर चोटें आईं।

आसपास के लोगों के जुटने पर आरोपित मौके से फरार हो गए। घायल परितोष को आर.जी. कर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनके सिर पर पांच टांके आए हैं और आंख की चोट भी गंभीर बताई गई है।

घटना की शिकायत दर्ज होते ही मानिकतला थाने की पुलिस हरकत में आई और मात्र साढ़े चार घंटे में चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपित एक ऑटो में सवार होकर अलग-अलग जगहों पर छिपने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन ईएम बाईपास के पास सॉल्टलेक स्टेडियम के नजदीक से उन्हें पकड़ा गया।

स्थानीय लोगों ने इस घटना की निंदा की है और त्योहार के नाम पर इस तरह की जबरन वसूली रोकने की मांग की है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता