जो दीये रोशन किए जाते हैं उनका मकसद उजाला देना, नफरत मिटाना होता है : आजम खां
पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां।


मुरादाबाद, 21 अक्टूबर (हि.स.) समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान ने दीपावली पर दीये जलाने काे लेकर अलग तरह की व्याख्या कर डाली। उन्हाेंने मंगलवार को रामपुर में अपने आवास पर मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा कि जाे लाेग दीये जलाते हैं वे कुछ भी जला सकते हैं, जबकि जाे दीये रोशन किए जाते हैं, उनका मकसद उजाला देना, ठंडक देना और नफरत मिटाना होता है।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान ने आज दिवाली के मौके पर आगे कहा कि वह काफी दिनों से घर से नहीं निकले हैं। इसके बाद भी लोग उनसे मिलने काफी लोग आ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग उनसे मिलने आ रहे हैं, वह समझते हैं कि मेरे साथ गलत हुआ है। यह लोग शायद पहली बार इतनी अकीदत से मुझसे मिले रहे हैं। मैं समझता हूं कि इसके पीछे लंबी कुर्बानी है। मैं तो सीधे भुक्तभोगी हूं। यह लोग काफी दुखी हैं। यह अच्छी तरह समझते हैं कि मेरे साथ बुरा हुआ है।इनकी हमदर्दी मेरे लिए दवा का काम कर रही है। गाैरतलब है कि वर्तमान में पूर्व मंत्री कई मुकदमाें में उलझे हुए हैं और लगभग दाे साल सीतापुर जेेल में बिताने के बाद हाल ही में जमानत पर रिहा हुए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल