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नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (हि.स.)। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने मंगलवार को दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के व्यापक और प्रभावी उपाय शुरू करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एनडीएमसी की टीमें और मशीनें चौबीसों घंटे युद्धस्तर पर काम कर रही हैं।
चहल ने मंगलवार को अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता में प्रदूषण से निपटने की कार्ययोजना साझा करते हुए बताया कि सुबह 5:30 बजे दिल्ली-एनसीआर का औसत एक्यूआई 346 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है और अधिकांश क्षेत्र रेड जोन में हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एनडीएमसी ने धूल नियंत्रण, स्मॉग कमी, हरियाली बढ़ाने और जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए एक व्यापक प्रदूषण नियंत्रण अभियान शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण को कम करने के लिए एनडीएमसी ने कई पहल की है। मैकेनिकल रोड स्वीपिंग, 5 नई सीएनजी आधारित रोड स्वीपिंग मशीनें खरीदी जा रही हैं ताकि मुख्य सड़कों और गलियों की सफाई और बेहतर ढंग से हो सके। एंटी-स्मॉग गन की तैनाती, मिस्ट स्प्रे सिस्टम की स्थापना, फुटपाथ की धुलाई, पेड़ों की धुलाई, हरियाली एवं पौधारोपण और विशेष स्वच्छता अभियान चला कर दिल्ली में प्रदूषण स्तर को कम किया जा सकता है।
उपाध्यक्ष ने बताया कि आने वाले वर्ष में एनडीएमसी सभी 22 बाजारों में फुटपाथ की धुलाई व्यवस्था लागू करेगा, ताकि एनडीएमसी क्षेत्र में धूल प्रदूषण को न्यूनतम किया जा सके। एनडीएमसी अपने स्वच्छता अभियान के तहत रोजाना सड़कों, फुटपाथों और सार्वजनिक स्थलों की सफाई और धुलाई करता है ताकि धूल और हवा में मौजूद प्रदूषक कणों को हटाया जा सके।
चहल ने कहा कि हर दिन लाखों लोग काम और पर्यटन के लिए नई दिल्ली आते हैं। उन्होंने सभी नागरिकों और आगंतुकों से अपील की कि वे व्यक्तिगत स्तर पर प्रदूषण कम करने में सहयोग करें। प्रकृति अकेले प्रदूषण नहीं रोक सकती। यह सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि पर्यावरण के अनुकूल आदतें अपनाएं और अपने शहर को स्वच्छ और हरा-भरा बनाए रखें।
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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी