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शिमला, 21 अक्टूबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में दिवाली की रात कई जगह आग ने कोहराम मचाया। कुल्लू जिला की मणिकर्ण घाटी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कसोल में एक निजी होटल में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई।
आतिशबाजी के बीच अचानक लगी इस आग ने देखते ही देखते होटल की ऊपरी मंजिल को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी भीषण थी कि ऊपरी मंजिल पर बने फैमिली स्वीट रूम, एक हॉल, दो स्टोर रूम और अन्य कीमती सामान पूरी तरह से जलकर राख हो गया।
हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। अग्निकांड के दौरान होटल में कई पर्यटक मौजूद थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इस दौरान कुछ का सामान आग की जद में आने से जल गया।
अग्निशमन विभाग को घटना की सूचना सोमवार रात करीब 8 बजे मिली। सूचना मिलते ही अग्निशमन दल ने एक मिनट के भीतर अपनी टीम रवाना कर दी। अग्निशमन केंद्र से होटल तक की दूरी लगभग नौ किलोमीटर थी, इसलिए फायर ब्रिगेड की टीम को मौके पर पहुंचने में करीब 18 मिनट का समय लगा। आग पर काबू पाने के लिए दो अग्निशमन वाहन और क्विक रिएक्शन व्हीकल मौके पर भेजे गए।
अग्निशमन विभाग के दस सदस्यीय दल ने करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस दल में एक लीडिंग फायरमैन, दो फायरमैन, पांच होमगार्ड फायरमैन और दो ड्राइवर शामिल थे। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार आग से होटल की करीब 50 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है, जबकि लगभग 5 करोड़ रुपये की संपत्ति को समय रहते बचा लिया गया।
आगजनी की इस घटना में होटल कसोल इन की ऊपरी मंजिल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा। वहीं, समीप स्थित ओडिन हॉस्टल, होटल तेजा सिंह और यश ट्रेडिंग कंपनी की इमारतों को भी बड़ा नुकसान होने से बचा लिया गया। फिलहाल आग लगने के सटीक कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्राथमिक तौर पर आशंका जताई जा रही है कि दिवाली की रात हुई आतिशबाजी से यह आग लगी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा