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कोलकाता, 21 अक्टूबर (हि.स.)। दुर्गापुर सामूहिक दुष्कर्म कांड की जांच में पुलिस को अब भी कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। घटना के छह दिन बाद भी पुलिस को पीड़िता के पुरुष मित्र और गिरफ्तार पांच युवकों के बयान में गंभीर विरोधाभास मिले हैं। जांच अधिकारी इन बयानों की तुलना कर रहे हैं ताकि घटना की सच्चाई सामने आ सके।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मेडिकल छात्रा का अपने सहपाठी व मित्र वासिफ अली से प्रेम संबंध था। घटना की रात दोनों निजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के कैंपस से बाहर गए थे। शुरुआती बयान में कहा गया कि वे रात का खाना खरीदने गए थे, लेकिन जांच में पता चला कि दोनों कॉलेज परिसर के बाहर जंगल वाले इलाके में आपत्तिजनक स्थिति में थे। इसी दौरान स्थानीय गांव के तीन युवक वहां पहुंचे। उन्होंने दोनों से पैसे की मांग की। वासिफ को पैसे लाने के लिए जाने दिया गया, जबकि उसी दौरान एक आरोपित ने मेडिकल छात्रा से दुष्कर्म किया और बाकी दो युवक देखते रहे। कुछ देर बाद दो और युवक मौके पर पहुंचे। आरोपितों ने छात्रा का मोबाइल फोन भी छीन लिया। बाद में वासिफ पैसे लेकर लौटा, तब दोनों को वहां से जाने दिया गया।
जांच अधिकारियों के मुताबिक, शुरू से ही वासिफ अली ने पुलिस को गुमराह किया। उसके विरोधाभासी बयानों के कारण जांच की दिशा भटक गई। अब पुलिस पीड़िता, उसके मित्र और गिरफ्तार पांचों युवकों के बयान का मिलान कर रही है। हालांकि, अभी भी कई बिंदु स्पष्ट नहीं हुए हैं।
पुलिस ने बताया कि सभी गिरफ्तार आरोपितों की हिरासत बुधवार को समाप्त हो रही है। उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा और आगे की पूछताछ के लिए पुलिस उनकी हिरासत बढ़ाने की मांग करेगी।
इस बीच, पीड़िता को पिछले शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। वह फिलहाल कॉलेज हॉस्टल में न रहकर दुर्गापुर में एक किराए के मकान में पुलिस सुरक्षा के बीच अपनी मां के साथ रह रही है। घर के बाहर भी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
गौरतलब है कि 10 अक्टूबर की रात ओडिशा की रहने वाली द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के साथ पश्चिम बर्धमान जिले के दुर्गापुर स्थित निजी मेडिकल कॉलेज के पास जंगल क्षेत्र में पांच युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने पांचों आरोपितों को गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना है कि छात्रा से शारीरिक दुष्कर्म केवल एक आरोपित ने किया था, जबकि बाकी चार घटनास्थल पर मौजूद थे। बाद में पुलिस ने पीड़िता के मित्र वासिफ अली को भी गिरफ्तार किया, क्योंकि पूछताछ में उसके जवाब विरोधाभासी पाए गए। वह भी फिलहाल पुलिस हिरासत में है।
उधर, पीड़िता के पिता ने घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों को जल्द सजा दिलाने के लिए मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर