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नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (हि.स.)। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिवाली के बाद राजधानी के वायु गुणवत्ता सूचकांक में बढ़ोतरी से जुड़े आरोपों पर सफाई दी है। सिरसा ने कहा कि राजधानी की वायु गुणवत्ता पहले से ही खराब थी और दिवाली के बाद इसमें मामूली बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने आज आम आदमी पार्टी (आआपा) पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक तबके को खुश करने के लिए हिन्दुओं की आस्था पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
सिरसा ने मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में पत्रकार वार्ता के दौरान कृत्रिम वर्षा कराए जाने के मुद्दे पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि बादल होने की स्थिति में ऐसा किया जाएगा। उन्होंने कहा, “क्लाउड सीडिंग, पहले बादल आते हैं और फिर सीडिंग होती है। सीडिंग तभी हो सकती है जब बादल हों। जिस दिन बादल होंगे, हम सीडिंग करवाएंगे और बारिश भी होगी।”
सिरसा ने कहा कि दिल्ली में दिवाली के दौरान पटाखे चलाने की अनुमति मिलने पर एक्यूआई केवल 11 पॉइंट बढ़ा है। इसके लिए दिवाली को ज़िम्मेदार ठहराना सही नहीं है। दीपावली सभी सनातन और हिंदुओं की आस्था का विषय है। उन्होंने कहा कि दिवाली भाजपा का त्योहार नहीं है। भाजपा अध्यक्ष और भाजपा के मुख्यमंत्री को कोसा जा रहा है जबकि यह एक सनातन हिंदू त्योहार है।
उन्होंने कहा, “मैं आपको बता दूं कि जो लोग इसके लिए दिवाली को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं, यह सरासर झूठ है। यह सिर्फ़ एक वर्ग को खुश करने के लिए किया जा रहा है। औरंगज़ेब और अकबर के प्रशंसक ऐसा कह रहे हैं। जिन्होंने विधानसभा में टीपू सुल्तान की तस्वीर लगाई थी, वे ऐसा कह रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि 2020 में दिवाली में पटाखे जलाए जा रहे थे। उस समय दिवाली से पहले पीएम 2.5 का स्तर 414 और दिवाली के बाद 435 था। पटाखों में 21 अंकों की वृद्धि हुई। वर्ष 2021 में 80 अंकों की वृद्धि हुई। वर्ष 2024 में पटाखों पर प्रतिबंध होने पर दिवाली से पहले एक्यूआई 328 और दिवाली के बाद 360 था। पटाखों पर प्रतिबंध लगने पर भी 32 अंक बढ़ गए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश और दिल्ली सरकार के अनुरोध पर हमें ग्रीन पटाखों की अनुमति मिली। दिवाली से पहले एक्यूआई 345 था और दिवाली के बाद एक्यूआई 356 हो गया।
सिरसा ने आरोप लगाया कि आआपा किसानों को पराली जलाने को मजबूर कर रही है। किसान पराली नहीं जलाना चाहते, लेकिन उन्हें ऐसा करने के लिए कहा गया है। उन्हें मुंह ढककर पराली जलाने पर मजबूर किया जा रहा है, ताकि इस पराली का असर दिल्ली पर पड़े।
सिरसा ने कहा था कि आआपा जानबूझकर दिवाली, सनातन धर्म और हिंदू धर्म को बीच में ला रही है। अरविंद केजरीवाल ने पहले जानबूझकर दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया ताकि एक खास समुदाय के वोट बटोर सकें और उन्हें खुश कर सकें। आज सुबह से ही केजरीवाल की पूरी टीम लगातार दिवाली को कोस रही है। संजय सिंह और उनके साथी कल रात से ही ट्वीट कर दिवाली न मनाने की अपील कर रहे हैं। आआपा अध्यक्ष भाजपा को कोस रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा